इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई के एम.ए चिदंबरम स्टेडियम में जब करूण नायर ने तिहरा शतक जड़ने के बाद अपना बल्ला उठाया तो विश्वास ही नहीं हो रहा था । ये नायर के करियर का तीसरा टेस्ट मैच था । जबकि इससे पहले टेस्ट में उनका बेस्ट स्कोर 13 रन था । आज करूण नायर को टेस्ट टीम में प्लेइंग इलेवन में जगह मिली है तो इसके पीछे वजह है टीम में कई बड़े खिलाड़ी चोटिल हैं लेकिन अगर करूण के फर्स्ट क्लास करियर का रिकॉर्ड देखें तो जाहिर तौर पर वो भारतीय टीम में उनकी जगह बनती है । एम ए चिदंबरम स्टेडियम में करूण नायर ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए तिहरा शतक जड़ा और ऐसा कारनामा करने वाले वो सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं । अपनी इस शानदार पारी के दमपर करूण ने कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया: #5 सुनील गावस्कर इसमें कोई दो राय नहीं कि सुनील गावस्कर विश्व क्रिकेट में दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार हैं सुनील गावस्कर ने अपने बल्ले से तब रन बरसाए जब क्रिकेट में इतनी आधुनिक सुरक्षा उपकरण नहीं थे जितने अब हैं । गावस्कर उस दौर में भी तेज गेंदबाजों के लिए काल बने हुए थे । उनका ये शानदार खेल ही उन्हें आज भी महान खिलाड़ियों में जगह देता है । क्रिकेट में दस हजार रन बनाने वाले भी गावस्कर पहले बल्लेबाज हैं । गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में 34 शतक जड़े हैं । जिसमें 4 दोहरा शतक भी शामिल हैं । लेकिन बावजूद इसके गावस्कर कभी ट्रिपल सेंचुरी नहीं बना पाए । टेस्ट क्रिकेट में गावस्कर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 236 रन हैं । जो उन्होंने 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाए थे । गावस्कर ने इस मैच में 425 गेंदों का सामना करते हुए 236 रन बनाए जिसकी मदद से भारत ने वेस्टइंडीज के 313 रन के सामने 451 रन बनाए ।
सौरव गांगुली आज भी भारत के सबसे महानतम कप्तान हैं । अपने दौर में सौरव गांगुली भी दुनिया सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल थे खासकर ऑफ साइड में उनके शाट्स का कोई जवाब ही नहीं था । हालांकि वनडे क्रिकेट में गांगुली का प्रदर्शन ज्यादा अच्छा रहा है । लेकिन टेस्ट में भी गांगुली ने 42 की औसत से 7000 रन बनाए हैं । गांगुली ने बैंगलोर में 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ 239 रन पारी खेली थी । कुंबले की कप्तानी में निकली गांगुली की इस पारी ने पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा दिया था । जिसके बाद मेहमान टीम को ड्रॉ से संतोष करना पड़ा ।
बेशक सचिन दुनिया के सबसे महान बल्लेबाज हैं लेकिन वो कभी भी अपने करियर में तिहरा शतक नहीं बना पाए । सचिन ने अपने क्रिकेट करियर में 6 बार दोहरा शतक लगाया जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नाबाद 248 रन था जो उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में बनाया । हालांकि इस मैच में सचिन के पास तिहरा शतक बनाने का सुनहरा मौका था लेकिन बदकिस्मती ये थी कि दूसरे छोर पर सचिन का साथ कोई नहीं दे पाया, हालांकि 11वें नंबर आकर जहीर ने 75 रन की पारी जरूर खेली । भारत ने इस मैच को पारी और 140 रन से जीता ।
राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में जाने जाते थे । राहुल द्रविड़ अपने व्यकितगत के रिकॉर्ड पर ध्यान ना देखर हमेशा टीम हित में खेलते थे । फिलहाल द्रविड़ टीम इंडिया की अंडर 19 टीम के कोच हैं । द्रविड़ ने अपने करियर में 5 बार दोहरा शतक बनाया है । सौरव गांगुली की तरह ही राहुल द्रविड़ ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर पाकिस्तान के खिलाफ बनाया । द्रविड़ के 270 रन की शानदार पारी की बदौलत भारत ने पाकिस्तान को उसी के घर में पारी और 131 रन से धूल चटाई ।
टेस्ट क्रिकेट में 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई वीवीएल लक्ष्मण की पारी टेस्ट क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ पारियों में शुमार है । वीवीएल लक्ष्मण की उस पारी के सामने सबकुछ फीका पड़ गया क्या विरोधी और क्या सीरीज चारों ओर बस लक्ष्मण की इस पारी की ही बात हो रही थी । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्ष्मण की 281 रन की पारी ने जमकर सुर्खियां बटोरीं लक्ष्मण की इस पारी की खास बात ये भी थी कि उनकी ये पारी उस समय निकली थी । जब पहली पारी में भारतीय टीम 171 रन पर ढेर हो गई थी । लक्ष्मण की इस दमदार पारी के बल पर ही भारत ने इस मैच में यादगार जीत दर्ज की।