ये बात अब कॉमन हो चली है कि एक खिलाड़ी जो किसी अन्य देश का होता है, लेकिन वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किस अन्य देश का प्रतिनिधित्व करता है। हालाँकि कई बार ऐसा भी हुआ है। जब इन खिलाड़ियों को अपनी टीम की कप्तानी करने का मौका भी मिल है। बीते कई सालों से कई ऐसे भारतीय खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के बजाय अन्य देश के लिए खेला और वहां की कप्तानी भी की। इनमें से कुछ को इसमें काफी सफलता मिली और कुछ इस जिम्मेदारी को बढ़िया से नहीं निभा पाए। आइये एक नजर डालते हैं, ऐसे 5 भारतीय मूल के खिलाड़ियों पर जिन्होंने अन्य देशों की कप्तानी संभाली: #5 आसिफ करीम, केन्या वनडे क्रिकेट में केन्या की लम्बे समय तक कप्तानी करने वाले भारतीय मूल के आसिफ करीम केन्या में मोम्बासा में रहते थे। वह केन्या टीम के शुरुआत दिनों में रेग्युलर सदस्य थे। उन्होंने विश्वकप 1996 से केन्या के लिए खेलना शुर किया था और कुल 34 मैच इस अफ़्रीकी देश के लिए उन्होंने खेले थे। करीम को 1997 में केन्या की कप्तानी करने का मौका मिला था। 1999 के विश्वकप के अलावा उन्होंने 21 मैचों में केन्या की कप्तानी की। जिसमें टीम ने 6 में जीत और 15 में हार का सामना किया। 1999 के बाद पूर्व कप्तान मौरिस ओडुम्बे को फिर से कप्तानी सौंप दी गयी। हालाँकि आसिफ ने खेलना जारी रखा और साल 2003 के विश्वकप में केन्या की सफलता में अहम योगदान देकर क्रिकेट को अलविदा कह दिया। #4 आशीष बगाई, कनाडा भारतीय मूल के विकेटकीपर बल्लेबाज़ आशीष बगाई पिछले 10 साल से कनाडा के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं। कनाडा के लिए 62 वनडे और 9 टी-20 मैच खेल चुके बगाई का औसत वनडे में 38 का और छोटे प्रारूप में 40 का रहा है। आशीष बगाई ने साल 2007 से 2013 तक टीम की कप्तानी भी की है। जिसमें उन्होंने 27 वनडे और 4 टी-20 में कप्तानी की है। बगाई की कप्तानी में कनाडा ने 8 वनडे और एक टी-20 मैच जीता था। आशीष बगाई को अंतिम बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में साल 2014 में टी-20 वर्ल्डकप के क्वालीफ़ायर में बतौर कप्तान खेलते हुए देखा गया था। #3 रोहन कन्हाई, वेस्टइंडीज वेस्टइंडीज के दिग्गज रोहन कन्हाई भारतीय मूल के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक थे, जिन्होंने अन्य देश के लिए खेला था। कन्हाई एक जीनियस बल्लेबाज़ थे। जिन्होंने 79 टेस्ट में 6000 से ज्यादा रन बनाये थे। इस मास्टर बल्लेबाज़ ने 1972/73 और 1973/74 के सीजन में वेस्टइंडीज की 13 मैचों में कप्तानी भी की थी। कप्तानी के दौरान रोहन को अच्छी सफलता मिली थी। उन्होंने 3 टेस्ट में जीत हासिल किया था और 7 मैच ड्रा हुए थे। इसके अलावा वह वनडे में वेस्टइंडीज की कप्तानी करने वाले पहले कप्तान भी थे। कन्हाई ने अंतिम बार वेस्टइंडीज की कप्तानी इंग्लैंड के खिलाफ पोर्ट ऑफ़ स्पेन में की थी। #2 हाशिम अमला, दक्षिण अफ्रीका दक्षिण अफ्रीका के बेहतरीन बल्लेबाज़ हाशिम अमला भारत के गुजरात से ताल्लुक रखते हैं। अमला इस पीढ़ी के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं जो लगातार सभी प्रारूपों में रन बना रहे हैं। इस कलात्मक बल्लेबाज़ ने वनडे और टेस्ट में प्रोटियाज़ टीम की कप्तानी भी की है। उन्होंने 14 टेस्ट मैच में अपनी टीम को 4 में जीत और इतने में हार भी दिलाया है। अमला ने अपनी राष्ट्रीय टीम की 9 वनडे और 2 टी-20 में कप्तानी भी की है। अभी उनकी उम्र 33 वर्ष की है ऐसे में अमला को आगे भी कप्तानी करने का मौका मिल सकता है। #1 नासिर हुसैन, इंग्लैंड इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर नासिर हुसैन का करियर बेहतरीन रहा है। भारत के चेन्नई शहर में जन्में हुसैन ने इंग्लैंड की टीम में जगह बनाने के लिए लम्बा संघर्ष किया। लेकिन जब उन्हें मौका मिला तो उन्होंने उसे अच्छे से भुनाया। इंग्लैंड के बेहतरीन कप्तानों में से एक नासिर ने एक दशक के अन्तराल में 45 टेस्ट और 56 वनडे में अपनी टीम की कप्तानी की। जिसमें अंग्रेज टीम को 17 टेस्ट में और 28 वनडे में जीत हासिल हुई। जिसमें ज्यादातर जीत विदेशी सरजमीं पर मिली थी। इंग्लैंड के लिए हुसैन जब अपना आखिरी टेस्ट खेला था, तब उनके कप्तान मार्कस ट्रेस्कोथिक थे।