कई क्रिकेटरों का सपना होता है कि वे अपने देश के लिए खेलते हुए आगे बढ़ें और लम्बा खेलें। डेब्यू मैच और डेब्यू सीरीज सभी के लिए खास होती है और इसमें खिलाड़ी थोड़ा नर्वस भी होता है। हालांकि घरेलू क्रिकेट में ज्यादा अनुभव वाले खिलाड़ी इसे झेल जाते हैं और बेहतर प्रदर्शन भी करते हैं। टेस्ट, वनडे और टी20 क्रिकेट में ऐसा कई बार देखने को भी मिला है।
भारतीय टीम में सालों से प्रतिभाशाली खिलाड़ी आते रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे। कुछ नाम ऐसे होते हैं जो अपनी छाप छोड़ने में सफल रहते हैं और कई खिलाड़ी ऐसा नहीं भी कर पाते हैं। यही वजह रहती है कि उनका करियर लम्बा नहीं चल पाता। यह भी देखा गया है कि टीम इंडिया में खेलने के खिलाड़ियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी है लेकिन कुछ मौकों पर आसानी से टीम में जगह नहीं मिली है। ऐसे में खिलाड़ियों को लम्बा इंतजार भी करना पड़ा है।
टीम इंडिया के लिए खेलते हुए कई खिलाड़ियों ने शुरुआत में ही प्रभावशाली क्रिकेट खेला है और प्रभावित किया है। उन्होंने टीम में स्थायी जगह बनाने के लिए अपने धाकड़ प्रदर्शन के बल पर ध्यान खींचने का काम किया है। चयनकर्ताओं से लेकर फैन्स तक पर उनके धाकड़ प्रदर्शन का असर देखने को मिला है। कुछ खिलाड़ी ऐसे हुए हैं जो पहली बार खेलते हुए वनडे में प्लेयर ऑफ़ द सीरीज चुने गए। ऐसे ही कुछ नामों का जिक्र यहाँ किया गया है जो डेब्यू वनडे सीरीज में ही मैन ऑफ द सीरीज बन गए।
बृजेश पटेल
यह भारतीय टीम की इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली एकदिवसीय सीरीज थी और पटेल इंग्लैंड के खिलाफ 1974 में खेल रहे थे। यह दो मैचों की एकदिवसीय सीरीज थी जिसमें पटेल ने 82 और 12 रन बनाए। डेब्यू सीरीज में उनके इस प्रदर्शन को देखते हुए प्लेयरऑफ़ द सीरीज चुना गया। उस समय टीम इंडिया के कप्तान अजित वाडेकर थे।
रमन लाम्बा
भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1986 में लाम्बा ने धाकड़ खेल का प्रदर्शन किया था। डेब्यू मैच में अर्धशतकीय पारी खेलने वाला लाम्बा ने करियर में एक शतक और छह अर्धशतक जमाए। डेब्यू वनडे सीरीज के छह मैचों में उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज जीता। बांग्लादेश में क्लब मैच के दौरान गेंद लगने से उनका निधन हुआ।
विजय भारद्वाज
अपने डेब्यू वनडे सीरीज में विजय भारद्वाज ने बेहतरीन प्रदर्शन कर प्लेयर ऑफ़ द सीरीज का खिताब जीता था। एक गेंदबाज के रूप में उनको काफी प्रतिष्ठित व्यक्ति माना जाता था। भारत, दक्षिण अफ्रीका, केन्या और जिम्बाब्वे के बीच हुए एलजी कप में उनको खेलने का मौका मिला था। टूर्नामेंट में 10 विकेट लेकर वह बेस्ट खिलाड़ी चुने गए थे।
केएल राहुल
जिम्बाब्वे में 2016 में अपना डेब्यू करने वाले केएल राहुल ने डेब्यू मैच में शतकीय पारी खेली थी। इसके बाद उसी सीरीज के अन्य मैच में उन्होंने एक अर्धशतकीय पारी भी खेली। इस निरन्तरता को देखते हुए उनको प्लेयर ऑफ़ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया। समय के साथ वह भारतीय टीम के लिए एक अहम खिलाड़ी साबित हुए। वह सभी प्रारूप में खेलते हैं।
सूर्यकुमार यादव
इस खिलाड़ी ने श्रीलंका के खिलाफ 2021 में एकदिवसीय डेब्यू करते हुए छाप छोड़ी। पहले मैच में नाबाद 31 रन बनाने के बाद सूर्यकुमार यादव ने अगले मैच में एक बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद तीसरे और अंतिम मैच में भी वह अच्छी बल्लेबाजी करने में सफल रहे और 40 रन बनाए। इस प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज चुने गए।