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एकदिवसीय टीम में अपना स्थान पक्का करने के लिए भले ही रोहित को कुछ वर्षों का समय लगा हो लेकिन टी20 में वो भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल रहे हैं। अपने करियर के शुरुआत में ही 2007 टी-20 विश्वकप के एक निर्णायक मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अर्धशतक बनाने वाले रोहित ने उसके बाद कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। एक बार जब वो सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलने लगे उसके बाद से उनके प्रदर्शन में और निरन्तरता आ गयी और वो लम्बी पारी खेलने लगे। यह बात किसी से नहीं छिपी कि जब रोहित लम्बा खेलते हैं तो क्या होता है। आज वह सीमित ओवरों के खेल में विश्व के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज हैं और आसानी से विश्व एकादश का हिस्सा बन सकते थे।
Edited by Staff Editor