इस साल भारतीय टीम ने दो विदेशी दौरों में निराशाजनक प्रदर्शन किया है। दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज़ 2-1 से हारने के बाद भारत को इंग्लैंड में 4-1 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इसलिए, विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम अब भारत के आगामी विदेशी दौरे में अपनी गलतियों को दोहराना नहीं चाहेगी। अगले महीने से शुरू होने वाले भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम तीन टी-20, चार टेस्ट और तीन वनडे मैच खेलेगी।
कप्तान स्टीवन स्मिथ और सलामी बल्लेबाज़ डेविड वार्नर की ग़ैरमौजूदगी में इस समय ऑस्ट्रेलिया टीम अपनी लय में नहीं है और भारत के पास इस दौरे में होने वाली तीनों सीरीज़ में जीत दर्ज करने का सुनहरी मौका होगा। हालांकि, मेज़बान टीम के तेज़ गेंदबाज़ इस समय बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं और वे इस दौरे में भारतीय बल्लेबाजों के लिए परेशानी का सबब हो सकते हैं।
इससे पहले टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे में विराट कोहली एकमात्र ऐसे बल्लेबाज़ थे जिन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। इसलिए, आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे में कुछ खिलाड़ियों के लिए उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन कर पाना मुश्किल होगा। तो आइये जानते हैं ऐसे 5 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जिनके लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ मुश्किल साबित हो सकती है:
1.केएल राहुल
आईपीएल सीज़न 2018 में शानदार प्रदर्शन करने वाले केएल राहुल के लिए यह साल बहुत अच्छा नहीं रहा है। इंग्लैंड दौरे में उन्हें टेस्ट सीरीज़ में खेलने का मौका नहीं मिला। इसके अलावा, वह कमज़ोर टीम वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में भी अपनी फॉर्म में नहीं लौट सके। राहुल को अंदर आती हुए गेंद पर शॉट खेलने में परेशानी होती है। अपनी आखिरी दस पारियों में, राहुल इसी वजह से पांच मौकों पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए हैं जबकि चार बार उन्हें क्लीन बोल्ड किया गया है। हालांकि, राहुल ने अपने अंतराष्ट्रीय करियर के दूसरे ही टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई सरज़मीं पर अपना पहला शतक बनाया था।
लेकिन वर्तमान समय में वह खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज उन्हें अपनी रिवर्स स्विंग के साथ परेशान कर सकते हैं। निश्चित रूप से राहुल के लिए ऑस्ट्रेलियाई दौरा बहुत मुश्किल साबित हो सकता है और उन्हें मेज़बान टीम के गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने संघर्ष करना पड़ेगा़।
2. रविचंद्रन अश्विन
टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को इंग्लैंड दौरे में टी-20 और वनडे सीरीज़ में खेलने का मौका नहीं मिला था लेकिन टेस्ट सीरीज़ में उन्होंने वापसी की। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शानदार गेंदबाज़ी करते हुए सात विकेट हासिल किये थे। हालांकि, वह इसके बाद अपने इस प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए। भारत का आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरा भी आश्विन के लिए कठिन साबित हो सकता है क्यूंकि ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर स्पिनरों को ज़्यादा मदद नहीं मिलती और मुख्यतः यह पिचें तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मुफीद मानी जाती हैं।
अश्विन अपनी विविधतापूर्ण और कसी हुई गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में उन्हें विकेट लेने के लिए पसीना बहाना पड़ सकता है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिआई गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने उन्हें बल्लेबाज़ी में भी संघर्ष करना पड़ सकता है। इससे पहले भारतीय टीम के इंग्लैंड दौरे में अश्विन ने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया था।
3. हार्दिक पांड्या
टीम इंडिया के आल-राउंडर हार्दिक पांड्या के लिए इंग्लैंड दौरा उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट को छोड़कर बाकी सभी टेस्ट मैचों में उन्होंने निराशाजनक प्रदर्शन किया। टीम में एकमात्र आल-राउंडर होने के नाते टीम को उनसे बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद थी लेकिन वह इसमें नाकाम रहे। इसके अलावा, पांड्या पीठ की चोट से उबरने के बाद टीम में वापसी करेंगे।
इसलिए, भारतीय ऑलराउंडर के लिए ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन कर पाना आसान नहीं होगा। ग़ौरतलब है कि यह हार्दिक पांड्या का पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा होगा।
इस दौरे में निचले मध्य-क्रम में बल्लेबाज़ी करने वाले पांड्या पर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाने की ज़िम्मेवारी होगी, वहीं गेंदबाज़ी विभाग में टीम को उनसे कुछ अहम विकेट निकालने की उम्मीद होगी। इस दौरे में अगर पांड्या अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहते हैं तो उनके लिए अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए टीम में जगह बनाना मुश्किल हो सकता है।
4. भुवनेश्वर कुमार
यह शायद काफी लोगों के लिए हैरानीजनक हो लेकिन टीम इंडिया के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार के लिए ऑस्ट्रेलियाई दौरा मुश्किल रह सकता है। ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर गेंद को ज्यादा स्विंग नहीं मिल पाती। जबकि भुवनेश्वर कुमार के शस्त्रागार में सबसे घातक हथियार उनकी स्विंग ही है। इसलिए, भुवनेश्वर कुमार के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विकेट लेना बहुत मुश्किल होगा।
इसके पहले, इंग्लैंड दौरे में भी उन्हें ज़्यादा मैच खेलने का मौका नहीं मिला था। उस दौरे में भुवी ने सिर्फ दो टी-20 खेले थे और सिर्फ एक विकेट हासिल किया था। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज़ के लिए उन्हें आराम दिया गया है। ऐसे में, अगर उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में शामिल किया जाता है तो उन्हें सटीक और विविधितपूर्ण गेंदबाज़ी करनी होगी। गेंद को सही लाइन और लेंथ पर रख कर उन्हें बल्लेबाज़ों को गलती करने के लिए मजबूर करना होगा।
5. चेतेश्वर पुजारा
भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा पिछले कुछ समय से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं है और लगभग एक साल से उन्होंने औसत दर्जे का प्रदर्शन किया है। इंग्लैंड दौरे में पुजारा ने बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन किया था और टेस्ट सीरीज़ में भारतीय टीम की 4-1 से शर्मनाक हार की बड़ी वजह उनका प्रदर्शन रहा था। वहीं अगर भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे की बात करें तो वहां की तेज़ और उछालभरी पिचों पर खेलने में पुजारा को मुश्किल हो सकती है।
आपको बता दें, भारत के पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में खेली टेस्ट सीरीज़ में पुजारा ने अपनी छह पारियों 201 रन बनाए थे। पिछले कुछ मैचों से हमने देखा है कि पुजारा को बैकफुट पर खेलने में परेशानी होती है इसलिए, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सफल होने के लिए उन्हें अपने खेल के स्तर को ऊँचा उठाना होगा और अपनी गलतियों को सुधारने पर काम करना होगा।