भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर केदार जाधव ने हाल में ही कहा है कि, “जब भी मैं माही भाई को देखता हूं मेरा विश्वास ख़ुद को लेकर बढ़ जाता है, वो इतने प्रभावशाली इंसान हैं। उनकी मौजूदगी ही अपने आप में प्रेरणा का स्रोत है, उनको देखकर ऐसा महसूस होता है कि मैं आज अच्छा प्रदर्शन करूंगा। धोनी जानते हैं कि किसी भी खिलाड़ी से बेहतर प्रदर्शन कैसे करवाना है।” केदार जाधव ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सीरीज़ के पहले वनडे मैच में जिताउ पारी खेली थी जिसका श्रेय उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को दिया है।
इस मैच 237 रन का पीछा करते हुए भारतीय टीम की हालत एक वक़्त बुरी हो गई थी। टीम इंडिया स्कोर 99 रन पर 4 विकेट हो गया था। फिर इस मैच में केदार जाधव और एमएस धोनी संकटमोचक बने और भारत को जीत की दहलीज़ पर ला दिया। जाधव ने नाबाद 81 रन की पारी खेली, दूसरी तरफ़ धोनी ने 72 गेंदों पर 59 रन बनाए। इससे पहले भी कई खिलाड़ियों ने अपनी कामयाबी का श्रेय माही को दिया है। हम यहां आईपीएल के 5 ऐसे खिलाड़ियों की चर्चा कर रहे हैं जो धोनी की कप्तानी में ख़ूब चमके लेकिन फिर वो वक़्त के साथ कहीं खो गए।
#5 ईश्वर पांड्ये
ईश्वर पांडे भारतीय घरेलू सर्किट में जाना पहचाना नाम रहा है। साल 2012-13 की रणजी ट्रॉफ़ी में वो सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में से एक थे। उनके इसी प्रदर्शन की बदौलत उनहें साल 2013 के आईपीएल सीज़न में पुणे वॉरियर्स इंडिया की तरफ़ से खेलने का मौका मिला था। उन्होंने इस टीम के लिए 2 मैच खेले और 1 विकेट हासिल किए।
साल 2014 में चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा बने थे। उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी में उन्हें 23 मैच खेलने का मौका मिला और ईश्वर में 17 विकेट हासिल किए। वो नई गेंद से बॉलिंग करने और रन रोकने में माहिर थे। इसके बाद वो इंडिया ए की टीम में शामिल कर लिए गए। आज वो घरेलू क्रिकेट ही खेल रहे हैं।
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#4 शादाब जकाती
शादाब जकाती गोवा के क्रिकेट में जाना पहचाना नाम है। उनके अलावा गोवा के साथी खिलाड़ी स्वपनिल असनोदकर भी काफी नामी खिलाड़ी हैं। जकाती ने इंडियन प्रीमियर लीग में अपना नाम कमाया था। उन्होंने घरेलू सर्किट में अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया था, यही वजह थी कि उन्हें साल 2009 के आईपीएल सीज़न में चेन्नई सुपरकिंग्स टीम में शामिल किया गया था। जहां उन्हें धोनी ते नेतृत्व में खेलने का मौका मिला था।
शादाब जकाती आईपीएल के अपने पहले सीज़न में कामयाब रहे और कुल 13 विकेट अपने नाम किए थे। अगले ही साल चेन्नई सुपरकिंग्स ने पहली बार आईपीएल ख़िताब जीता था, जहां जकाती ने 7.65 की इकॉनमी रेट से 13 विकेट हासिल किए थे। धोनी की कप्तानी में जकाती ने काफ़ी तजुर्बा हासिल किया था। आज जकाती गोवा के लिए टी-20 क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन आईपीएल में उनका करियर अब कहीं नज़र नहीं आ रहा है।
#3 पवन नेगी
पवन नेगी पहली बार सुर्ख़ियों में तब आए थे जब चेन्नई सुपरकिंग्स ने उन्हें पिंच हिटर के तौर पर इस्तेमाल किया था। नेगी एक हरफ़नमौला खिलाड़ी हैं वो अच्छी स्पिन गेंदबाज़ी कर सकते हैं और बल्ले से लंबे शॉट भी लगाने की ताक़त रखते हैं। धोनी की कप्तानी में नेगी कामयाबी की सीढ़ी चढ़ते जा रहे थे। आईपीएल में अपने प्रदर्शन की बदौलत नेगी का राष्ट्रीय टीम के लिए चुने गए थे। उन्हें 2016 की आईसीसी वर्ल्ड टी-20 में खेलने का मौका मिला था।
आईपीएल 2016 की नीलामी में पवन नेगी को 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर में ख़रीदा गया था। वो उस साल सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ी थे। साल 2017 में आईपीएल उन्होंने 12 मैच में 16 विकेट हासिल किए थे। फ़िलहाल वो 26 साल के हैं और सैय्यद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में दिल्ली के लिए खेल रहे हैं। नेगी इस साल आरसीबी टीम के लिए खेलते हुए नज़र आएंगे, लेकिन आज वो इतने प्रभावशाली नहीं है जितना पहले हुआ करते थे।
#2 जोगिंदर शर्मा
जोगिंदर शर्मा को सबसे ज़्यादा याद क्यों याद किया जाता है, ये बताने की ज़रूरत नहीं है। साल 2007 की आईसीसी वर्ल्ड टी-20 फ़ाइनल में उनका आख़िरी ओवर भारत को ख़िताबी जीत की वजह बना था। पाकिस्तान को 6 गेंद में 13 रन बनाने थे और मिस्बाह उल हक़ स्ट्राइक पर थे। धोनी ने जोगिंदर पर भरोसा किया। जोगिंदर ने पहले एक वाइड गेंद फेंका, फिर मिस्बाह ने एक छक्का लगाया। फिर मिस्बाह जोगिंदर की गेंद पर कैच आउट हो गए।
आईपीएल के पहले सीज़न में वो चेन्नई टीम का हिस्सा थे और धोनी की कप्तानी में उन्हें खेलने का मौका मिला था। जोगिंदर साल 2011 में भी पीली जर्सी में नज़र आए थे, उन्होंने 16 मैच में 12 विकेट हासिल किए थे। जोगिंदर को साल 2011 में भारतीय टीम के लिए 4 वनडे मैच खेलने का मौका मिला था। इसके बाद वो दुर्घटना का शिकार हो गए और फिर उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। आज वो हरियाणा पुलिस के अधिकारी हैं।
#1 मोहित शर्मा
मोहित शर्मा रणजी ट्रॉफ़ी से चमके थे, उन्होंने एक रणजी सीज़न में 37 विकेट हासिल किए थे, जिसकी बदौलत उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका मिला था। साल 2013 में उन्होंने धोनी की कप्तानी में खेलते हुए 15 मैच में 20 विकेट हासिल किए थे। इसके साथ ही उन्होंने पर्पल कैप भी हासिल किया था। मोहित नई गेंद से गेंदबाज़ी करने में माहिर हैं और पारी के अंतिम ओवर में भी अच्छी बॉलिंग कर सकते हैं।
साल 2015 में उन्हें आईसीसी वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया में शामिल किय गया था। मोहित उन 3 पेस गेंदबाज़ों में शामिल थे, जिन्होंने भारतीय टीम के साथ सभी 8 मैच खेले हैं। मोहित फ़िलहाल हरियाणा की घरेलू टीम के सदस्य हैं। इस साल आईपीएल में वो चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ़ से खेलते हुए नज़र आएंगे, लेकिन क्या वो अपनी पुरानी कामयाबी को दोहरा पाएंगे, ये कहना मुश्किल है।