भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे पर है। इस दौरे में भारत ने 2-1 से टी20 सीरीज तो अपने नाम कर ली लेकिन 1-2 से वनडे सीरीज हार भी गई। इसके बाद अब टीम इंडिया को 1 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेलनी है। भारत और इंग्लैंड का इतिहास काफी पुराना रहा है। क्रिकेट के खेल में भी दोनों टीमों के बीच काफी सीरीज और शानदार मैच देखने को मिले हैं। इन मैचों में कई खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर इतिहास में सुनहरे अक्षरों से अपना नाम अंकित किया है। हालांकि आज यहां हम उन खिलाड़ियों के बारे में चर्चा करने वाले हैं जिनका इस बार का इंग्लैंड दौरा आखिरी साबित हो सकता है। आइए जानते हैं मौजूदा वनडे और टेस्ट टीम में से ऐसे ही पांच भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जिनका ये इंग्लैंड दौरा आखिरी हो सकता है। #5 महेंद्र सिंह धोनी महेंद्र सिंह धोनी टेस्ट क्रिकेट से साल 2014 में ही संन्यास ले चुके हैं। हालांकि वो अभी तक वनडे और टी20 में भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य बने हुए हैं। महेंद्र सिंह धोनी 37 साल के हो चुके हैं और बढ़ती उम्र के साथ ही काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। उनका पहला इंग्लैंड दौरा साल 2007 में आया था। इसके बाद साल 2011 और साल 2014 में भी उन्होंने इंग्लैंड दौरा किया। वहीं धोनी के संन्यास लेने को लेकर अब कयास लगने भी शुरू हो चुके हैं और ऐसी उम्मीदें भी जताई जा रही हैं कि महेंद्र सिंह धोनी शायद विश्व कप 2019 के बाद अपने क्रिकेट करियर को आगे न बढ़ाएं। ऐसे में धोनी का ये इंग्लैंड दौरा आखिरी हो सकता है। #4 मुरली विजय ऐसी संभावना है कि भारत का अगला इंग्लैंड दौरा चार साल बाद हो। उस समय तक मुरली विजय 38 साल के हो चुके होंगे। टेस्ट क्रिकेट में मुरली विजय भारतीय टीम के लिए काफी उपयोगी खिलाड़ी साबित होते हैं। हालांकि अब टीम में केएल राहुल अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। जिसके कारण हर साल कई चीजें मुरली विजय के लिए मुश्किल होती जाएंगी। उन्होंने इंग्लैंड में 40 के ऊपर की औसत के साथ अभी तक केवल पांच मुकाबले खेले हैं। ऐसे में मुरली विजय का भी यह इंग्लैंड दौरा आखिरी साबित हो सकता है। #3 सुरेश रैना सुरेश रैना ने एक लंबे अंतराल के बाद टीम इंडिया में वापसी की। हालांकि एकदिवसीय सीरीज में सुरेश रैना अपने बल्ले से रनों की बरसात करने में नाकाम साबित हुए। इस साल सुरेश रैना 32 साल के हो जाएंगे और जब अगला इंग्लैंड दौरा होगा तब तक इस बात की संभावना है कि वो 35 साल के हो चुके होंगे। वहीं इंग्लैंड के खिलाफ उनके हालिया वनडे सीरीज में प्रदर्शन को देखने के बाद इस बात की संभावना कम ही है कि टीम में उनको आगे भी मौके दिए जाएंगे। इंग्लैंड में सुरेश रैना ने 16 वनडे खेले हैं और 38 से ज्यादा की औसत से 400 रन बनाए हैं। उनका इंग्लैंड के खिलाफ वनडे रिकॉर्ड भी कुछ खास नहीं है। इस लिहाज से रैना का ये इंग्लैंड दौरा आखिरी साबित हो सकता है। #2 दिनेश कार्तिक दिनेश कार्तिक ने आईपीएल सीजन 2018 में शानदार प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के दम पर दिनेश कार्तिक का चयन इंग्लैंड दौरे के लिए भी हुआ था। दिनेश कार्तिक को काफी समय बाद टीम में खेलने का मौका मिला है। दिनेश कार्तिक विकेटकीपिंग भी करते हैं लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के टीम में मौजूद होने के कारण उन्हें कीपिंग करने के ज्यादा मौके नहीं मिले। वहीं अभी भारतीय क्रिकेट टीम में ऋद्धिमान साहा विकेटकीपर के रूप में अपनी मौजूदगी दर्ज करवा रहे हैं। दिनेश कार्तिक ने साल 2007 में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया था। उस वक्त दिनेश कार्तिक सलामी बल्लेबाज के तौर पर टीम में थे और महेंद्र सिंह धोनी के हाथ में विकेटकीपिंग की कमान थी। तब दिनेश कार्तिक फिट थे लेकिन टीम में फिर उनकी अंदर-बाहर की स्थित बन गई। हालांकि अब वक्त काफी बदल चुका है। भारत के पास विकेटकीपिंग के लिए कई विकल्प भी मौजूद है और देखा जा रहा है कि चयनकर्ता युवाओं को ज्यादा मौके भी दे रहे हैं। ऐसे में इस बात की संभावना नहीं जताई जा सकती है अगले इंग्लैंड दौरे में दिनेश कार्तिक टीम में शामिल रहें। #1 रविचंद्रन अश्विन रविचंद्रन अश्विन ने अपनी स्पिन गेंदबाजी के चलते कई मैच जीताऊ पारियों को अंजाम दिया है। हालांकि वनडे और टी20 टीम से उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। काफी समय से अश्विन क्रिकेट के सीमित ओवरों के फॉर्मेट से बाहर ही हैं और फिलहाल वो टेस्ट में अपना प्रदर्शन दिखा रहे हैं। घरेलू मैदानों पर खेलते हुए रविचंद्रन अश्विन भारत के नंबर 1 स्पिन गेंदबाज रहे हैं लेकिन विदेशी धरती पर वो अपनी इस फॉर्म को बरकरार रखने में असफल साबिए हुए हैं। रविचंद्रन अश्विन कई बार चोटिल भी हो चुके हैं और टीम इंडिया के फिट खिलाड़ियों में उनकी गिनती नहीं होती है। दूसरी तरफ कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल अपनी स्पिन गेंदबाजी का हर मैच में लोहा मनवाने में कारगर साबित हो रहे हैं। ऐसे में टीम में नए स्पिनर आने से अश्विन की जगह पर तलवार लटकती हुई दिखाई दे रही है। जिसके कारण इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि अश्विन का ये इंग्लैंड दौरा उनके लिए आखिरी होगा। लेखक: सासथ्री अनुवादक: हिमांशु कोठारी