भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने श्रीलंका के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज के लिए संभावित 15 खिलाड़ियों के नाम की घोषणा कर दी है। भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ 10 दिसंबर से शुरू होने वाली 3 वनडे मैचों की सीरीज का पहला वनडे मैच धर्मशाला के मैदान पर खेलेगी। श्रीलंका के खिलाफ इस सीरीज में विराट कोहली को आराम दिया गया है और इनकी जगह रोहित शर्मा को टीम की कमान सौंपी गई है। बीसीसीआई के जरिए घोषित की गई टीम में रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (विकेट कीपर), हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और सिद्धार्थ कौल को जगह दी गई है। हालांकि कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो इस बार खुद को मौका दिए जाने की उम्मीद लगाए हुए थे लेकिन वे इस मौके से चूक गए। आइए जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में: #5 ऋषभ पंत ऋषभ पंत, 20 वर्षीय इस युवा खिलाड़ी ने इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 मैच में भारतीय क्रिकेट टीम में पदार्पण किया था। हालांकि, वे खुद को साबित नहीं कर पाए, जिसके बाद से ही उन्हें टीम इंडिया के लिए खेलना का मौका नहीं मिला। हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए उन्हें टीम में शामिल किया गया था, लेकिन वह एक भी मैच में नहीं खेल पाए थे। पंत वर्तमान में रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए खेल रहे हैं, लेकिन वहां भी उनका फार्म कुछ खास नहीं है। अब उनको भारतीय टीम में वापसी के लिए चयनकर्ताओं का ध्यान अपने प्रदर्शन से आकर्षित कराना ही होगा। ताकि जल्द ही उन्हें भारतीय टीम में खेलना का एक और मौका हासिल हो सके। # 4 पृथ्वी शॉ मुंबई ने भारतीय क्रिकेट टीम को कई सुपरस्टार बल्लेबाज दिए हैं। सचिन तेंदुलकर का नाम इस लिस्ट में सबसे आगे रहता है। अब एक बार फिर मुंबई से ही एक धाकड़ बल्लेबाज ने अपने प्रदर्शन से लोगों को हैरत में डाल दिया है। पृथ्वी शॉ भी मुंबई से आने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अगले बेहतरीन बल्लेबाजों की सूची में से ही एक हैं। 17 वर्षीय शॉ घरेलू स्तर पर अपने शानदार प्रदर्शन के लिए काफी सुर्खियां बटोर चुके हैं। शॉ अब तक इस सीजन में मुंबई के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और लगभग अपने बूते ही उन्होंने टीम को क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करवाया है। उन्होंने 10 पारी में 57.88 के औसत से 521 रन बनाए हैं जिसमें 3 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं। श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला उनके लिए अंतरराष्ट्रीय करियर के लिए एक आदर्श शुरुआत हो सकती थी, लेकिन चयनकर्ताओं ने फिलहाल उन्हें भारतीय टीम में शामिल नहीं किया। जिसके कारण उन्हें अभी राष्ट्रीय टीम में खेलने के लिए थोड़ा ओर इंतजार करना पड़ेगा। #3 मयंक अग्रवाल वर्तमान में मयंक अग्रवाल जिस फॉर्म में है, उसे देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि उनको रन स्कोर करने से कोई भी रोक सकेगा। अपनी धाकड़ बल्लेबाजी से उन्होंने अच्छे-अच्छे गेंदबाज की नाक में दम करके रख दिया है। मयंक अभी तक रणजी ट्रॉफी में शानदार फॉर्म अपनाए हुए हैं, उन्होंने 133 के औसत से 1064 रन बनाए हैं। मयंक की शानदार फॉर्म का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कर्नाटक के लिए पिछली 7 पारियों में 5 धमाकेदार शतकीय पारियों को अंजाम दिया है, जिसमें महाराष्ट्र के खिलाफ एक तिहरा शतक भी शामिल है। हाल के वक्त में रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में मयंक सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। अपनी फॉर्म के बूते उन्हें उम्मीद थी कि श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम में जगह दी जाएगी लेकिन फिलहाल के लिए ऐसा मुमकिन नहीं हो सका। हालांकि जिस तरह की फॉर्म मयंक अख्तियार किए हुए हैं उसे देखते हुए तो ऐसा ही लगता है कि जल्द ही मयंक टीम इंडिया के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे। # 2 संजू सैमसन संजू सैमसन श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम में जगह पाने वालों में एक प्रमुख दावेदारी रखते हैं, लेकिन चयनकर्ता उनकी बजाय पूर्व कप्तान एमएस धोनी को विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर ज्यादा तवज्जो देते हैं। संजू सैमसन घरेलू स्तर पर रणजी ट्रॉफी और इंडियन प्रीमीयर लीग में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं। हालांकि, उन्हें 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 में राष्ट्रीय टीम के साथ खेलने का एक मौका दिया गया था। सैमसन वर्तमान में रणजी ट्रॉफी में केरल के लिए सर्वोच्च स्कोरर हैं। उन्होंने 10 पारी में 577 रन बनाए हैं। अब उम्मीद है कि चयनकर्ता आने वाले वक्त में उन्हें टीम इंडिया में मौका देंगे। # 1 मोहम्मद सिराज 23 वर्षीय मोहम्मद सिराज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पदार्पण करने के बाद काफी सुर्खियां बटोरी थी। सिराज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 में 4 ओवरों में 53 रनों लुटा दिए थे और महज एक विकेट ही अपने नाम कर पाए थे। दुर्भाग्य से, उसके बाद उन्हें जल्द ही हटा दिया गया था और श्रीलंका के खिलाफ होने वाली सीरीज में भारतीय टीम में उनको शामिल नहीं किया गया। हालांकि उम्मीद लगाई जा सकती है कि चयनकर्ता जल्द ही उन्हें खुद को साबित करने के लिए एक मौका जरूर देगें। लेखक: राजदीप पुरी अनुवादक: हिमांशु कोठारी