5 भारतीय खिलाड़ी जिनको विश्व टी-20 फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना चाहिए

पिछले कुछ सालों से, टी-20 की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा आईपीएल जैसे फ्रेंचाइजी टी-20 की शुरुआत से दुनियाभर में फ्रेंचाइजी टी-20 टूर्नामेंटों का चलन शुरू हो गया है। इनमें दुनिया भर के खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं और युवा क्रिकेटरों को अपनी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने का आदर्श मंच उपलब्ध कराते हैं। भारतीय टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो इन फ्रेंचाइजी टी-20 टूर्नामेंटों का हिस्सा बन सकते हैं। बेशक, भारतीय टीम के नियमित खिलाड़ियों को शायद इसमें शामिल होने का समय ना मिले, लेकिन उन खिलाड़ियों क्या, जो सिर्फ आईपीएल के दौरान ही दिखते हैं? तो आइये ऐसे 5 खिलाड़ियों पर एक नज़र डालें जो दुनियाभर के फ्रेंचाइजी टी-20 लीग में खेल सकते हैं: यूसुफ पठान अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में यूसुफ पठान टी -20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में से एक है। वह एक ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो टीम को अकेले दम पर मैच जिताने का माद्दा रखते हैं। आईपीएल में उन्होंने खुद को समय समय पर साबित किया है। उन्होंने अकेले दम पर अपने फ्रेंचाइजी, राजस्थान रॉयल्स, केकेआर और हाल ही में सनराइजर्स हैदराबाद को कई मैच जिताये हैं। उनके दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक, डेल स्टेन के खिलाफ ज़बरदस्त प्रदर्शन को कौन भूल सकता है? उन्होंने भारतीय टीम के लिए भी खेला है, लेकिन 35 साल के हो चुके इस धमाकेदार बल्लेबाज़ की टीम में वापसी करने की संभावना बहुत कम लगती है। ऐसे में वह दुनियाभर में होने वाली टी -20 लीग में अपना करियर बना सकते हैं। रॉबिन उथप्पा रॉबिन उथप्पा घरेलू क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने अपनी घरेलू टीम कर्नाटक की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। लेकिन आईपीएल में उन्होंने हर सीज़न में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। वह अब केकेआर टीम के एक अभिन्न अंग हैं। हालाँकि, उन्होंने भारतीय टीम की तरफ से भी खेला है लेकिन अब 32 साल की उम्र में उनका राष्ट्रीय टीम में वापसी करना मुश्किल होगा। ऐसे में आईपीएल में खेलने के साथ-साथ वह वह विश्व भर में खेले जाने वाली फ्रेंचाइजी टी-20 लीग में खेलकर अपना करियर बना सकते हैं। उनकी आक्रमक बल्लेबाज़ी शैली टी-20 प्रारूप के लिए एकदम उपयुक्त है। स्टुअर्ट बिन्नी स्टुअर्ट बिन्नी एक बढ़िया ऑलराउंडर हैं जो किसी भी टीम के लिए बेहद अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। उन्हें कुछ मैचों के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था लेकिन, वह अपनी उपयोगिता साबित करने में नाकाम रहे। हालांकि, उनका खेल टी 20 प्रारूप के लिए पूरी तरह उपयुक्त है। वह मध्य क्रम में एक शक्तिशाली हिटर हैं और अपनी मध्यम तेज गेंदबाजी के साथ वह महत्वपूर्ण विकेट भी निकाल सकते हैं। वह वर्तमान में केपीएल में बेलागावी पैंथर्स के कप्तान हैं और इसके अलावा आईपीएल में भी खेल चुके हैं। ऐसे में वह दूसरे देशों में होने वाली टी-20 लीग का हिस्सा बनकर अपना करियर बना सकते हैं। युवराज सिंह इसमें कोई संदेह नहीं कि भारतीय टीम यह चाहेगी कि धमाकेदार बल्लेबाज़ युवराज सिंह टीम में वापसी करें लेकिन 36 वर्षीय खिलाड़ी के लिए गिरती फिटनेस और फार्म को देखते हुए उनका टीम में वापसी कर पाना बहुत मुश्किल लगता है। इस साल आईपीएल सीज़न में भी उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। वहीं 2017 के वेस्टइंडीज़ दौरे के बाद से उन्होंने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है और ऐसा लगता है जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका चमकदार करियर खत्म हो गया है। लेकिन फिर भी वह दुनिया भर में खेले जाने वाली टी-20 लीग में खेलने के लिए उपयुक्त हैं। एमएस धोनी भारत के पूर्व कप्तान को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। वह भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। आईपीएल में उन्होंने अपनी टीम को तीन बार ख़िताब जिताया है। हालाँकि वह राष्ट्रीय टीम का नियमित हिस्सा हैं लेकिन वह टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं, ऐसे में उनके लिए विदेशी टी-20 लीग में खेलने का समय होगा। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले धोनी को कोई भी फ्रेंचाइजी अपनी टीम का हिस्सा बनाना चाहेगी। लेखक: भाव पटेल अनुवादक: आशीष कुमार

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