साल 2004 में डेब्यू करने वाले जोगिंदर शर्मा भारतीय टीम में कभी भी नियमित नहीं रहे। वहीं साल 2007 में जोगिंदर को टी20 विश्व कप के लिए टीम में जगह देना अपने आप में काफी संदेहात्मक फैसला था। पूरे टूर्नामेंट में जोगिंदर टीम इंडिया के लिए काफी महंगे साबित हुए थे। लेकिन फिर भी धोनी ने उनका साथ नहीं छोड़ा। यहां तक कि पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबले के आखिरी ओवर में भी धोनी ने जोगिंदर पर भरोसा किया और गेंद उनको थमा दी। पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे लेकिन जोगिंदर ने ऐसा होने नहीं दिया और रन रोकते हुए टीम को जीत दिला दी।
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