
जसप्रीत बुमराह की प्रतिभा को सबसे पहले पूर्व भारतीय कोच जॉन राइट ने पहचाना था। राइट ने 2013 में सैयद मुश्ताक अली ट्राफी के एक मैच में उन्हें खेलते हुए देखा था। उस समय मुंबई इंडियन के कोच रहे जॉन राइट ने झट से उन्हें टीम में शामिल कर लिया। हालांकि 2013 के अपने पहले आईपीएल सीजन में बुमराह को खेलने का कुछ खास मौका नहीं मिला, फिर भी मिले मौकों में उन्होंने अपने डेथ ओवर की गेंदबाजी से प्रभावित किया। इसके बाद 2014 के आईपीएल में बुमराह ने 11 मैचों में 8 से कम की इकोनॉमी से गेंदबाजी की। 2015 में चोट की वजह से अनुपस्थित रहने के बाद बुमराह ने 2016 में धमाकेदार वापसी की और 15 विकेट लिए। इसके बाद 2017 के सीजन में भी बुमराह ने 20 विकेट हासिल किए। भारत को लंबे समय से एक डेथ ओवरों के स्पेशलिस्ट गेंदबाज की जरूरत थी और बुमराह ने इस जरूरत को बखूबी पूरी किया। बुमराह को 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया। अपने पहले ही सीरीज में बुमराह ने शानदार प्रदर्शन कर टीम में अपनी जगह पक्की कर ली। बुमराह ने अब तक खेले 25 एकदिवसीय मैचों में 22 के औसत से 46 विकेट लिए हैं, वहीं 26 टी20 मैचों में 18 के औसत से उनके नाम 36 विकेट दर्ज है। बुमराह अब एकदिवसीय और टी 20 में भारतीय टीम का एक अनिवार्य हिस्सा है और जल्द ही उन्हें टेस्ट टीम में भी जगह मिल सकती है।