
2015 के सीजन में मुंबई इंडियंस के साथ शुरू हुआ हार्दिक पांड्या का सफर अब ऐसे मुकाम पर पहुंच गया है कि उनकी तुलना भारत ही नहीं विश्व के सर्वश्रेष्ठ आलरॉउंडर्स में से एक कपिल देव से की जाने लगी है। पांड्या ने टीम इंडिया की दशकों पुरानी हरफनमौला की तलाश को पूरा किया है। वह ना सिर्फ सूझ-बूझ से अच्छी और सटीक गेंदबाजी करते हैं बल्कि पारी के अंत में आकर लंबे-लंबे छक्के लगाने में भी सक्षम हैं। आईपीएल में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद पांड्या को 2016 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टी20 टीम में पहली बार चुना गया। हालांकि इस मैच में पांड्या को बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला। लेकिन आने वाले मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन करके पांड्या ने धीरे-धीरे क्रिकेट के तीनों प्रारुपों में जगह बना ली। पांड्या ने अब तक खेले 26 एकदिवसीय मैचों में 40 के औसत से 530 रन बनाए हैं और 29 विकेट भी लिए हैं। 20 टी20 मैचों में पांड्या के नाम 26.37 के औसत से 16 विकेट और 100 रन दर्ज है। विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभी हाल ही में खत्म हुई एकदिवसीय श्रृंखला में पांड्या ने 54 की औसत से चार पारियों में 222 रन बनाए वहीं पांच मैचों में छह विकेट लिए। उनके हाल के कारनामों ने दिखाया है कि उनके पास आगे एक बेहतरीन भविष्य है। लेखक - देवानाथन वरूण अनुवादक - सागर