अगर मनोज तिवारी के करियर की बात की जाए तो 2012 ही उनके लिए सबसे यादगार रहा, जहां उन्होने कोलकता नाइटराइडर्स के लिए शानदार प्रदर्शन किया। अगर उनकी उपलब्धियों को देखा जाए तो, ज़्यादातर बार आईपीएल ही दिमाग में आएगा। तिवारी के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सिर्फ 1 शतक मौजूद हैं, जो उन्होने 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ चेन्नई में मारा था। उसके अलावा उनका करियर 2015 में हुई ज़िम्बाब्वे के दौरे के बाद से लड़खड़ा सा गया हैं। उन्होने उस दौरे के आखिरी मैच में इन्होने 33 गेंदों पर सिर्फ 10 रन ही बनाए। वो सीरीज़ इंडिया ने 3-0 से जीती थी। तिवारी का आईपीएल और घरेलू सीरीज़ में प्रदर्शन शानदार रहा हैं।
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