केदार जाधव का प्रदर्शन घरेलू स्तर पर बेहद शानदार रहा है, जिसकी वजह से उन्हें टीम इंडिया में मौका मिला। उन्हें धोनी के बाद भारतीय टीम का अगला फिनिशर माना जाता है। वह एकमात्र ऐसे क्रिकेटर रहे हैं, जिन्हें जिम्बाब्वे के दौरे पर गयी लो-प्रोफाइल टीम में मौका दिया गया। जाधव को चैंपियंस ट्रॉफी में धोनी और युवराज के साथ अतिरिक्त बल्लेबाज़ के तौर पर शामिल किया गया। जाधव को ज्यादा बल्लेबाज़ी का मौका नहीं मिला और जो मिला वहां उनका प्रदर्शन ठीकठाक रहा है। लेकिन सबसे बड़ी समस्या ये हैं कि टीम में उनकी क्या भूमिका होगी। उन्हें बल्लेबाज़ी क्रम में ऊपर खिलाना ज्यादा अच्छा होगा। भारतीय टीम प्रबन्धन के सामने ये सबसे बड़ी समस्या है कि 6ठे नंबर पर प्योर बल्लेबाज़ खिलाये क्योंकि अन्य टीम इस क्रम पर ऑलराउंडर को तरजीह देती हैं। ऐसे में टीम में उनकी जगह बन नहीं रही है।