आधुनिक भारतीय क्रिकेट में युवराज सिंह को कमबैक मैन कहा जाता है। वह पिछले डेढ़ दशक से शानदार क्रिकेट खेलते आये हैं। साल 2011 में युवराज सिंह ने भारत को विश्वकप दिलाने में अहम योगदान निभाया था। जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का ख़िताब भी मिला था। उसके बाद उन्होंने लंग कैंसर को मात भी दिया। कैंसर की जंग जीतने के बाद युवराज सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार वापसी की। लेकिन वह टीम में आते-जाते रहे। लेकिन जब भी उन्होंने वापसी की वह शानदार रही। घरेलू सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन के बदौलत युवराज सिंह को भारतीय टीम में जगह मिली। इंग्लैंड के खिलाफ बढ़िया प्रदर्शन के चलते युवराज सिंह को चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम में जगह मिली। उनका प्रदर्शन मिला जुला रहा। पाकिस्तान के साथ पहले मैच में युवराज ने अर्धशतक बनाया उसके बाद उनके प्रदर्शन पर नजर रखें तो उनके टीम से बाहर होने के चांस बढ़ गये हैं। ऐसे में साल 2019 के वर्ल्डकप में उनका खेल पाना अब असम्भव सा लग रहा है।