2008 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में सौरभ तिवारी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था। वहीं अपनी घरेलू टीम झारखंड की तरफ से भी उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की। 2008 के पहले आईपीएल में मुंबई इंडियंस ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। हालांकि पहले सीजन में उन्हें ज्यादा मैचों में मौका नहीं मिला लेकिन 2010 के सीजन से वो टीम का नियमित हिस्सा बन गए। मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए उन्होंने मध्यक्रम में अंबाती रायडू के साथ मिलकर काफी अच्छी साझेदारियां की। 2010 के आईपीएल सीजन में सौरभ तिवारी ने 29.92 की औसत से 309 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 3 अर्धशतक भी लगाया। 2010 के आईपीएल में शानदार प्रदर्शन का उन्हें ईनाम मिला और एशिया कप के लिए उन्हें भारतीय टीम में चुन लिया गया। हालांकि एशिया कप में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। उसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापट्टनम वनडे मैच से उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आगाज किया। हालांकि वनडे मैचों में उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली और वो महज 3 वनडे मैच ही अभी तक खेल पाए हैं। 2011 के आईपीएल सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने भारी-भरकम रकम के साथ उन्हें खरीदा लेकिन वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। मुंबई इंडियंस की टीम से अलग होने के बाद से ही सौरभ तिवारी आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। इस आईपीएल सीजन में वो जरुर अपने रनों के सूखे को खत्म करना चाहेंगें।