प्रज्ञान ओझा अकेले ऐसे भारतीय गेंदबाज हैं जो इंडियन प्रीमियर लीग में पर्पल कैप जीत चुके हैं। 2010 के सीजन में डेक्कन चार्जर्स की तरफ से खेलते हुए उन्होंने 21 विकेट भी चटकाए थे। आईपीएल के पहले 2 सीजन में उन्होंने प्रभावशाली गेंदबाजी की थी। 2009 में डेक्कन चार्जर्स की आईपीएल विनिंग टीम का वो हिस्सा थे और चार्जर्स की जीत में उनका अहम योगदान था। घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन की वजह से उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का मौका मिला। उन्हें बांग्लादेश और 2008 के एशिया कप के लिए टीम में शामिल किया गया। 2009 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया। रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर अगले कुछ सालों तक उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। रविद्र जडेजा के आने के बाद प्रज्ञान ओझा टीम में अपना स्थान को बैठे। संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन पाए जाने की वजह से उन पर दिसंबर 2014 में गेंदबाजी पर रोक भी लगा दिया गया था। हालांकि जनवरी 2015 में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई।