युवराज सिंह वो नाम है जिसे किसी पहचान की जरुरत नहीं है, खास तौर पर जब बात पिछले कई दशकों में भारतीय टीम की हो। इस स्टार क्रिकेटर ने अपने दम पर भारतीय टीम को कई मैच जिताए हैं, साथ ही वर्ल्ड कप 2011 में युवराज सिंह के बेहतरीन प्रदर्शन को कौन भूला सकता है। उन्होंने वर्ल्ड कप में जहां एक ओर अपनी गेंदबाजी का जलवा दिखाया वहीं दूसरी ओर बल्ले से भारतीय टीम की जीच में अपना योगदान दिया। जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से भी नवाजा गया। इसके अलावा उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप में भी अपने बल्ले से कमाल किया था। 2007 टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ युवराज सिंह के 6 गेंदों पर 6 छक्कों को कौन भूल सकता है, जिन्हें आज भी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सुनहरी पलों के तौर पर याद किया जाता है। हालांकि, ये युवराज के 16 वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में किए अनगिनत अद्भुत कारनामों में से सिर्फ एक उपलब्धि है। वर्तमान समय में, युवराज सिंह आज उस जगह पहुंच चुके हैं जहां वो भारतीय टीम के तीनों फॉर्मेट से बाहर हैं। हालांकि इसी वर्ष उन्हें एशिया कप और वर्ल्ड टी20 के लिए भारतयी टी20 टीम में शामिल किया गया। लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ अमेरिका के फ्लोरिडा में हुए टी20 में वो भआरतीय टीम में अपनी जगह बनाने में नाकाम रहे। लेकिन युवराज सिंह भारतीय टीम में वापसी करने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं जिसके लिए वो रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। अब तक इस सीजन में पंजाब की ओर से खेलते हुए युवराज सिंह ने 7 पारियों में जबर्दस्त बल्लेबाजी करते हुए 506 रन बनाए हैं जिसमें उनका औसत 84.33 रहा।