भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने हाल ही में अंडर-19 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है। इस खिताब के साथ ही भारत ऐसा पहला देश बन गया, जिसने रिकॉर्ड चार बार अंडर-19 विश्व कप का खिताब जीता हो। इस बार के अंडर-19 विश्व कप में भारत शुरू से ही खिताब का मजबूत दावेदार नजर आ रहा था और आखिर में भारत ने इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला जीत कर अपनी दावेदारी को भी सही साबित किया। बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में भारतीय टीम का इस टूर्नामेंट में कोई तोड़ नहीं निकाल पाया। जिसकी बदौलत भारत हर मुकाबले में विरोधी टीम पर हावी हो जाता रहा और दूसरी टीम को दबाव में लाकर मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर लिया करता था। भारत की और से इस टूर्नामेंट में कई नए चेहरों को भी उभरने का मौका मिला। कोच राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में भारत के लिए कई खिलाड़ियों ने टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। इन खिलाड़ियों में से कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं अब ऊंचे स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। आइए जानते हैं उन वर्तमान अंडर-19 खिलाड़ियों के बारे में जो भारत की पुरुष क्रिकेट टीम के लिए अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।
# 5 कमलेश नागरकोटी
अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भारत की ओर से तेज गेंदबाजी क्रम में कमलेश नागरकोटी काफी उभर कर सामने आए हैं। अपनी गेंदबाजी से विरोधी बल्लेबाजों को परेशानी में डाल देने वाले कमलेश नागरकोटी ने अंडर-19 टूर्नामेंट में काफी शानदार प्रदर्शन किया। इस युवा तेज गेंदबाज ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी गेंदबाजी में गति और आक्रामकता बनाए रखी। इनकी गेंदबाजी किसी भी बल्लेबाज को आसानी से दबाव में लाने में कारगार साबित हुई। वहीं कमलेश नागरकोटी ने इस टूर्नामेंट में यॉर्कर्स डाल कर भी सबको प्रभावित किया। कमलेश नागरकोटी ने इस टूर्नामेंट में लगभग 16 की औसत से गेंदबाजी की और 9 विकेट अपने नाम किए। कमलेश नागरकोटी भारतीय क्रिकेट में अब तेज गेंदबाज के रूप में अपनी दावेदारी रखते हैं और भविष्य में टीम में तेज गेंदबाज की कमी पूरी करने के लिए कमलेश नागरकोटी चयनकर्ताओं के लिए एक विकल्प के तौर पर सामने आ सकते हैं।
#4 शिवम मावी
अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भारत की ओर से तेज गेंदबाज के रूप में शिवम मावी ने भी सुर्खियां बटोरी। शिवम मावी भी तेज गेंदबाज के रूप में अंडर-19 टीम के महत्वपूर्ण सदस्य थे। 140 की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले शिवम मावी ने इस टूर्नामेंट में टीम के लिए काफी अहम भूमिका निभाई। नागरकोटी के साथ मिलकर शिवम मावी ने इस टूर्नामेंट में कई बल्लेबाजों पर लगाम लगाने का काम किया है। मैदान पर शिवम मावी गेंदबाजी करते वक्त विरोधी गेंदबाजों को अपनी गेंदों से चकमा देते और उन्हें बड़े शॉट खलने के लिए मजबूर करते, ताकि बल्लेबाज कोई गलती करे और जल्द ही टीम को विकेट हासिल हो जाए। शिवम मावी की इसी चतुराई के कारण टीम को कई मौकों पर शानदार सफलता हासिल हुई। अंडर-19 विश्व कप में शिवम मावी ने घातक गेंदबाजी की। जिसकी बदौलत शिवम ने 9 विकेट हासिल किए। इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 4 के अंदर की रही।
#3 अनुकूल रॉय
अंडर-19 विश्व कप में भारत की ओर से अनुकूल रॉय एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में सामने आए हैं जो गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाने में माहिर हैं। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो ये कहना गलत नहीं होगा कि अनुकूल रॉय भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अगले ऑलराउंडर के रूप में जगह बना सकते है। बाएं हाथ के इस स्पिन गेंदबाज ने अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप में सबसे ज्यादा 14 विकेट हासिल किए। इसके साथ ही उनकी स्ट्राइक रेट 14.1 की रही। वहीं उनकी इकॉनमी रेट 4 की रही। इसके अलावा टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज आर अश्विन और रविंद्र जडेजा के टीम से बाहर होने के चलते भी उनकी भारतीय टीम में खेले जाने की संभावनाएं बढ़ जाती है। वर्तमान में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के रूप में दो स्पिन गेंदबाजों ने भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई हुई है। हालांकि भविष्य में इन्हें भारतीय टीम में खेलते हुए जरूर देखा जा सकता है।
#2 पृथ्वी शॉ
किसी भी टीम के लिए उसकी अहम कड़ी कप्तान के रूप में होती है। कप्तान जितने सही फैसले लेगा, उसकी टीम को उतनी ही कामयाबी हासिल होगी। अंडर 19 विश्व कप में पृथ्वी शॉ ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की। अपने शांत स्वभाव की कप्तानी से पृथ्वी शॉ ने हर किसी को प्रभावित किया। पृथ्वी शॉ के मैदान पर विरोधी टीमों के लिए अपनाई गई नीतियां सफल साबित हुई और इसी की बदौलत टीम ने खिताब को अपने नाम किया। कप्तानी के अलावा पृथ्वी शॉ ने बल्लेबाजी में भी अपना हुनर दिखाया। बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने गेंदबाजों की नाक में दम करके रख दिया। टूर्नामेंट में पृथ्वी शॉ ने बल्लेबाजी करते हुए 6 मैच खेले और इन मुकाबलों में उन्होंने 261 रन बनाए। इसके साथ ही पृथ्वी शॉ की औसत 65 से ज्यादा की रही। पृथ्वी शॉ मैदान पर अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से हर किसी को प्रभावित किया है। निश्चित तौर पर पृथ्वी शॉ भारतीय क्रिकेट में शामिल होने की दावेदारी रखते हैं।
#1 शुबमन गिल
अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में शुबमन गिल सबसे ज्यादा रन स्कोर करने वाले बल्लेबाज के तौर पर सामने आए। पूरे टूर्नामेंट में शुबमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों में खौफ जगाए रखा। अपनी तेजतर्रार पारियों के चलते शुबमन गिल पूरे टूर्नामेंट में भारत के लिए अहम खिलाड़ी के तौर पर उभरकर आए। अंडर-19 विश्व कप में शुबमन गिल ने 6 मैचों में खेलते हुए 372 रन स्कोर किए। इसके साथ ही उनकी औसत शानदार तरीके से 124 रही तो वहीं स्ट्राइक रेट 110 से ज्यादा की रही। अपनी औसत और स्ट्राइक रेट की बदौलत ही शुबमन गिल ने टूर्नामेंट में ज्यादातार गेंदों को बाउंड्री के पार ही पहुंचाया। अपनी शानदार बल्लेबाजी के कारण ही शुबमन गिल सौरव गांगुली और इयान बिशप जैसे विश्व के पूर्व बड़े क्रिकेटरों का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब रहे। 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' होना अपने आप में एक उपलब्धि है और ये उपलब्धि टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी होने की बात की और भी इशारा करती है। अपनी बल्लेबाजी के दम पर निश्चित तौर पर शुबमन गिल भारत के लिए अहम बल्लेबजों में शुमार होने की हिम्मत रखते हैं और भविष्य में टीम इंडिया में शामिल होनी की प्रबल दावेदारी भी रखते हैं। लेखक: कुणाल वाधवा अनुवादक: हिमांशु कोठारी