#2 पृथ्वी शॉ
किसी भी टीम के लिए उसकी अहम कड़ी कप्तान के रूप में होती है। कप्तान जितने सही फैसले लेगा, उसकी टीम को उतनी ही कामयाबी हासिल होगी। अंडर 19 विश्व कप में पृथ्वी शॉ ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की। अपने शांत स्वभाव की कप्तानी से पृथ्वी शॉ ने हर किसी को प्रभावित किया। पृथ्वी शॉ के मैदान पर विरोधी टीमों के लिए अपनाई गई नीतियां सफल साबित हुई और इसी की बदौलत टीम ने खिताब को अपने नाम किया। कप्तानी के अलावा पृथ्वी शॉ ने बल्लेबाजी में भी अपना हुनर दिखाया। बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने गेंदबाजों की नाक में दम करके रख दिया। टूर्नामेंट में पृथ्वी शॉ ने बल्लेबाजी करते हुए 6 मैच खेले और इन मुकाबलों में उन्होंने 261 रन बनाए। इसके साथ ही पृथ्वी शॉ की औसत 65 से ज्यादा की रही। पृथ्वी शॉ मैदान पर अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से हर किसी को प्रभावित किया है। निश्चित तौर पर पृथ्वी शॉ भारतीय क्रिकेट में शामिल होने की दावेदारी रखते हैं।