वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ एंटिगुआ टेस्ट में वेस्टइंडीज़ की पहली पारी के दौरान भारतीय विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने 5 कैच और एक स्टंपिंग करते हुए पारी में 6 शिकार किए, जो संयुक्त तौर पर एक भारतीय रिकॉर्ड है। इससे पहले टीम इंडिया के दिग्गज विकेटकीपर सैयद मुजतबा हुसैन किरमानी और पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम दर्ज था, इन दोनों विकेटकीपर ने 6-6 शिकार किया था। यानी साहा ने इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। हालांकि, एक विकेटकीपर के द्वारा पारी में सबसे ज़्यादा शिकार का वर्ल्ड रिकॉर्ड 4 विकेटकीपर के नाम संयुक्त तौर पर है। पाकिस्तान के वसीम बारी, इंग्लैंड के रॉबर्ट टेलर, न्यूज़ीलैंड के इयान स्मिथ और वेस्टइंडीज़ के रिडली जैकब्स ने पारी में 7 शिकार किए थे। यानी साहा एक और शिकार कर लेते तो भारतीय रिकॉर्ड को तोड़ सकते थे और अपना नाम इन खिलाड़ियों के साथ शुमार कर लेते। एक नज़र डालते हैं 5 ऐसे भारतीय विकेटकीपर पर जिन्होंने पारी में 5 या उससे ज़्यादा शिकार किए हैं। सैयद किरमानी 6 शिकार (5 कैच, 1 स्टंपिंग) Vs न्यूज़ीलैंड, क्राइस्टचर्च, 1976 टीम इंडिया के दिग्गज विकेटकीपर और 1983 वर्ल्डकप विजेता टीम के अहम सदस्य सैयद किरमानी 1976 से लेकर अभी तक एक पारी में सबसे ज़्यादा शिकार करने वाले भारतीय विकेटकीपर हैं। हालांकि 2009 में उनके रिकॉर्ड की बराबरी एम एस धोनी ने कर ली थी, लेकिन तोड़ नहीं पाए थे। अभी भी कोई भी भारतीय विकेटकीपर किरमानी के 6 शिकार से ऊपर नहीं गया है। छोटे कद के इस फुर्तीले विकेटकीपर ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ क्राइस्टचर्च में 5 कैच और 1 स्टंपिंग करते हुए 6 शिकार अपने नाम किए थे। भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेला गया वह टेस्ट ड्रॉ रहा था। एम एस धोनी: 6 शिकार (सभी कैच) Vs न्यूज़ीलैंड, वेलिंगटन, 2009 सैयद किरमानी के 1976 में बनाए गए रिकॉर्ड के 33 साल बाद कोई भारतीय विकेटकीपर उनकी बराबरी कर सका था। पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान और मौजूदा सीमित ओवर के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ उन्हीं के घर में 6 शिकार किया था। 2009 में खेले गए वेलिंगटन टेस्ट में न्यूज़ीलैंड की पहली पारी के दौरान धोनी ने 6 शिकार किए थे, ये सभी कैच थे। भारत ने ये मुक़ाबला जीतने के बेहद क़रीब खड़ा था, लकिन रॉस टेलर के शतक और डेनियल विटोरी की जुझारू पारी की बदौलत न्यूज़ीलैंड ने मैच बचा लिया था। विकेट के पीछे कमाल करने के साथ साथ धोनी ने दोनों पारियों में अर्धशतक भी जड़ा था, और 3 मैचों की सीरीज़ में भारत को 1-0 से यादगार जीत दिलाने में अहम योगदान निभाया था। ऋद्धिमान साहा: 6 शिकार (5 कैच, 1 स्टंपिंग) Vs वेस्टइंडीज़, एंटिगुआ, 2016 धोनी के रिकॉर्ड से 7 साल बाद और किरमानी के रिकॉर्ड के 40 साल बाद एक और भारतीय विकेटकीपर ने 6 शिकार करते हुए अपना नाम किरमानी और धोनी के साथ दर्ज करा लिया। वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ एंटिगुआ टेस्ट में मेज़बान टीम की बल्लेबाज़ी के दौरान साहा ने 5 कैच और 1 स्टंपिंग करते हुए 6 शिकार किए। ऋद्धिमान साहा के लिए ये बेहद यादगार पर है, बंगाल की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले साहा आईपीएल में धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स का भी हिस्सा रह चुके हैं। फ़िलहाल वह किंग्स-XI पंजाब से आईपीएल खेलते हैं। बी के कुन्देरन 5 शिकार (3 कैच, 2 स्टंपिंग) Vs इंग्लैंड, मुंबई, 1961 कर्नाटक में जन्मे दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज़ बुंधी कुन्देरन भारत की ओर से एक पारी में 5 या उससे ज़्यादा शिकार करने वाले पहले विकेटकीपर थे। कुन्देरन ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मुंबई के बाराबोर्न स्टेडियम में 3 कैच और 2 स्टंपिंग करते हुए कुल 5 शिकार किए थे। बी के कुन्देरन ने भारत के लिए 18 मैचों में प्रतिनिधित्व किया, उन्होंने मैसूर और रेलवे के लिए घरेलू क्रिकेट खेला। कन्देरन ने बल्ले से भी कमाल का प्रदर्शन किया था, कई मैचों में कुन्देरन ने सलामी बल्लेबाज़ की भी भूमिका निभाई। टेस्ट क्रिकेट में विकेट के पीछे 23 कैच और 7 स्टंपिंग के साथ 30 शिकार करने वाले इस विकेटकीपर ने विकेट के सामने 2 शतक और 3 अर्धशतक भी लगाए हैं। कुन्देरम का उच्चतम स्कोर इंग्लैंड के ही ख़िलाफ़ चेन्नई में 192 रन है, जो उन्होंने साल 1964 में बनाया था। जो 49 सालों तक किसी भी भारतीय विकेटकीपर का उच्चतम स्कोर था। 2013 में धोनी ने दोहरा शतक लगाते हुए इस रिकॉर्ड को तोड़ा और अपने नाम किया। किरण मोरे 5 शिकार (सभी स्टंपिंग) Vs वेस्टइंडीज़, चेन्नई, 1988 वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ चौथा और आख़िरी टेस्ट 1988, भारत सीरीज में 0-1 से पीछे था और अगर आप क्रिकेट प्रेमी हैं तो इस मैच को नहीं भूल सकते। इस मैच में 3 भातीय खिलाड़ियों ने अपना डेब्यू किया था जिसमें से एक थे नरेंद्र हिरवानी। ये टेस्ट हिरवानी के यादगार डेब्यू के लिए जाना जाता है, जहां उन्होंने वेस्टइंडीज़ की दोनों पारियों में 8-8 विकेट चटकाते हुए 16 विकेट लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला था, जो आज भी क़ायम है। इन्हीं यादों की दूसरी पारी में छोटे कद का विकेटकीपर किरण मोरे छुपा है, वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी में हिरवानी की 8 विकेटों में से 5 में मोरे का यागदान था। हिरावानी की लेग स्पिन पर बल्लेबाज़ चूकते थे और मोरे गोली की रफ़्तार से स्टंप्स बिखेर देते थे। मोरे ने पारी में पांच शिकार किए और वह सभी के सभी स्टंपिंग थे, जो आज भी एक भारतीय रिकॉर्ड है। इनके अलावा एक पारी में धोनी ने 6 बार 5 शिकार किए हैं, जबकि सैयद किरमानी ने भी 1 बार और 5 शिकार अंजाम दिया है और दो बार नयन मोंगिया ने भी पारी में 5 शिकार किए हैं।