पवन नेगी ने छोटे से समय में सबकुछ देख लिया, उन्हें नाम भी मिला और इसके साथ ही उनको असफलता का भी सामना करना पड़ा। आईपीएल में इतने महेंगे बिकने के बावजूद, वो इस साल कुछ खास नहीं कर पाए और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए गेंद और बल्ले दोनों से फ्लॉप रहे। हालांकि बांग्लादेश में वो फॉर्म में नज़र आए और उन्होंने खुद के चयन को सही साबित किया। नेगी की शानदार पारी रूपगंज के दूसरे मुक़ाबले में विक्टोरिया एससी के खिलाफ आई, जहां उन्होंने 54 रन देकर दो विकेट हासिल किए और बल्ले से भी उनका प्रदर्शन दमदार रहा। उनकी उस पारो को टूर्नामेंट की सबसे अच्छी पारियों में गिना जाता है। 259 रनों का पीछा करने उतरी उनकी टीम एक समय 83 रन पर 6 विकेट गवांकर संघर्ष कर रही थी। तभी नेगी ने अपनी पहली लिस्ट ए सेंचुरी लगाई और अंत में 89 गेंदों पर 124 रन बनाए। वो टीम को जीत तक ले गए, उन्होंने 49 ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई। लेखक- दिपांकर लहीरी, अनुवादक- मयंक महता