सुरेश रैना भारतीय वनडे क्रिकेट से काफी समय से बाहर चल रहे थे, लेकिन 992 दिनों के बाद सुरेश रैना ने भारतीय वनडे टीम में वापसी की। उन्होंने इससे पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ साल 2015 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में एकदिवसीय मुकाबला खेला था, लेकिन अब विश्व कप 2019 को ध्यान में रखते हुए और फॉर्म में होने के चलते हुए एकिदवीय क्रिकेट टीम में मौका दिया गया। हालांकि पहले भी ऐसे कई भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने लंबे अंतराल के बाद भारतीय वनडे टीम में वापसी की है। आइए जानते हैं ऐसे ही पांच भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जिनके दो वनडे मुकाबलों के बीच लंबा गैप रहा:
#5 साईराज बहुतुले (5 साल, 294 दिन)
साईराज बहुतुले एक ऐसा नाम हो सकता है जिसे भारतीय प्रशंसक ज्यादा नहीं जानते हैं, लेकिन साईराज बहुतुले 1990 और 2000 के दशक में घरेलू क्रिकेट में एक बड़े खिलाड़ी थे। साईराज बहुतुले लेग स्पिनर के तौर पर जाने जाते थे और निचले क्रम में बल्लेबाजी भी कर लिया करते थे। उनका करियर कुछ खास नहीं रहा और 1997 से 2003 के बीच उन्होंने 8 वनडे और दो टेस्ट मुकाबले खेले। वहीं उनके दो एकदिवसीय मैच खेलने में सबसे ज्यादा गैप करीब 6 साल का रहा है। उन्होंने जनवरी 1998 में खेलने के बाद साल 2003 के आखिर में वापसी करते हुए एकदिवसीय मुकाबला खेला। साल 2013 में बहुतुले ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया और आईपीएल 2018 में वो राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजी कोच के तौर पर नजर आए।
#4 रॉबिन उथप्पा (5 साल, 344 दिन)
एक वक्त पर रॉबिन उथप्पा टीम इंडिया के शानदार खिलाड़ियों में से एक थे, लेकिन फिर वो टीम से बाहर हुए उसके बाद उनकी वापसी की उम्मीदें ही खत्म हो गई थी। एकदिवसीय क्रिकेट में उन्होंने 5 साल, 344 दिन के बाद वापसी की। उन्होंने अपना श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप के फाइनल में साल 2008 में खेलने के बाद अपना अगला मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ साल 2014 में खेला। हालांकि वापसी के बाद के मैच में उन्होंने अर्धशतकीय पारी जरूर खेली, लेकिन टीम में लंबा नहीं टिक पाए। इस वापसी के बाद उथप्पा ने टीम इंडिया के लिए सिर्फ सात वनडे मुकाबले ही खेले।
#3 पार्थिव पटेल (6 साल, 133 दिन)
पार्थिव पटेल भी उन खिलाड़ियों में गिने जाते हैं जो काफी लंबे वक्त तक टीम इंडिया से बाहर रहे थे। साल 2002 में 17 साल की उम्र में पार्थिव पटेल ने खेलना शुरू किया। उन्होंने अपना साल 2004 में श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप में खेलने के बाद वो काफी सालों तक भारतीय एकदिवसीय क्रिकेट टीम में दिखाई नहीं दिए। इसके बाद साल 2010 में पार्थिव पटेल को टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला। उन्हें गौतम गंभीर की कप्तानी में वापसी का मौका मिला। फिर वो टीम इंडिया के कई एकदिवसीय मैचों में जरूर दिखाई दिए, लेकिन टीम में लंबे वक्त तक अपनी जगह नहीं बना पाए। पार्थिव पटेल ने अपना आखिरी एकदिवसीय मुकाबला साल 2012 में कॉमनवेल्थ बैंक ट्राई सीरीज में खेला था।
#2 अमित मिश्रा (6 साल, 160 दिन)
अमित मिश्रा ने अपनी गेंदबाजी से कई बार शानदार प्रदर्शन किया है। हालांकि अमित मिश्रा टीम इंडिया के लिए ज्यादा नहीं खेल पाए। अमित मिश्रा ने अपना एकदिवसीय करियर टीवीएस कप से साल 2003 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ढाका में शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने टीम इंडिया के लिए कई एकदिवसीय मुकाबले खेले, लेकिन फिर वो 6 साल के लिए टीम से कहीं गायब ही हो गए। उन्हें 6 साल तक एकदिवसीय क्रिकेट टीम में मौका ही नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने साल 2009 में वापसी की लेकिन वो जून 2010 तक ही टीम में टिक सके और फिर उनकी टीम से अंदर-बाहर की स्थिति शुरू हो गई। 35 वर्षीय अमित मिश्रा ने अपना आखिरी एकदिवसीय मुकाबला साल 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। इस मुकाबले में उन्होंने 18 रन देकर पांच विकेट हासिल किए थे, लेकिन इसके बाद उन्हें मौका नहीं दिया गया।
#1 रॉबिन सिंह (7 साल, 230 दिन)
वेस्टइंडीज में जन्मे रॉबिन सिंह ने 1989 से 2001 के बीच में भारत के लिए काफी क्रिकेट खेली है। अपनी ऑलराउंडर प्रतिभा के चलते वो टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी साबित हुए। उन्होंने 1989 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने एकदिवसीय क्रिकेट करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने एक और मुकाबला खेला और फिर करीब सात साल के लिए वो एकदिवसीय क्रिकेट टीम से बाहर ही हो गए। हालांकि उनको 1996 में विश्व कप के बाद एक बार फिर वनडे क्रिकेट में मौका दिया गया और फिर उन्होंने भारतीय टीम के लिए 134 एकदिवसीय मुकाबले और खेले। उन्होंने 1999 के विश्व कप में भी हिस्सा लिया और साल 2001 तक वो टीम में अपनी जगह बनाए रखने में कामयाब रहे। मैच फिक्सिंग विवाद के बाद उनका करियर समाप्त हो गया और उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। लेखक: आद्या शर्मा अनुवादक: हिमांशु कोठारी