आईपीएल का सीज़न-9 रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली के लिए किसी सपने से कम नहीं है। बल्ले से 919 रन बनाने वाले कोहली अपनी टीम को फ़ाइनल में पहुंचा चुके हैं, इस दौरान कोहली ने 6 शतक और 4 अर्धशतक जमाए हैं। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ के बाएं हाथ में फ़ील्डिंग के दौरान चोट भी लगी थी जिसके बाद उनके अंगुठे में 7 टांके भी लगे हैं, लेकिन वह भी इस बल्लेबाज़ को न मैदान में आने से रोक पाए न ही शतक बनाने से। कोहली के इसी जज़्बे और निरतंरता को देखने के बाद उन्हें कईयों ने तो इंसान की श्रेणी से ही हटाकर सुपरमैन और न जाने क्या क्या कह डाला। लेकिन कोहली ने इस बात को भी इसी सीरीज़ में साबित कर दिया कि वह इंसान ही हैं और ग़लतियां उनसे भी हो सकती हैं। यही वजह है कि 15 पारियों में 1 हज़ार रन के क़रीब खड़े विराट कोहली का बल्ला 5 बार शांत भी रहा है, आइए एक नज़र डालते हैं कब कब रन मशीन कोहली के हुए हैं इस सीज़न में फ़्लॉप: 0(2), गुजरात लायंस, 24 मई 2016, बैंगलोर प्लेऑफ़ का पहला क्वालिफ़ायर था और बैंगलोर के सामने जीत के लिए 139 रनों लक्ष्य था। चुनौती बड़ी नहीं थी, लेकिन सीरीज़ में अब तक 919 रन बनाने वाले विराट कोहली का बल्ला इस मैच में न सिर्फ़ शांत रहा, बल्कि दो गेंदे खेलने के बाद भी कोहली ने स्कोरर को परेशान करने की ज़हमत नहीं उठाई और बिना खाता खोले आउट हो गए। कोहली के आउट होने के बाद बैंगलोर का चिन्नास्वामी और टीवी पर नज़रें गड़ाए बैठे अरबों-करोड़ों फ़ैंस मानो सन्न रह गए और सोचने लगे कि आख़िर ये कैसे हो गया। 7(7), मुंबई इंडियंस, 11 मई 2016, बैंगलोर एक और मैच जब कोहली बड़ा स्कोर करने में फ़ेल रहे, मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ इस मैच में कोहली सिर्फ़ 7 रन बनाकर आउट हुए। जिसके बाद बैंगलोर 151 रन ही बना सकी और मुंबई इंडियंस ने 6 विकेट से मुक़ाबला जीत लिया। मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ लगातार दूसरी बार बड़ा स्कोर कर पाने में नाकाम रहे। इस हार के बाद बैंगलोर के लिए हरेक मैच में जीत ज़रूरी हो गई थी। 14(17), सनराइज़र्स हैदराबाद, 30 अप्रैल 2016, हैदराबाद सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ बैंगलोर दूसरी बार खेल रही थी, लेकिन पिछले मैच में शतक लगाने वाले कोहली, इस मैच में फ़्लॉप रहे। कोहली सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हो गए, हालांकि बैंगलोर ने 195 रनों का स्कोर ज़रूर बनाया था। पर फिर भी वॉर्नर के 92 रनों की बदौलत बैंगलोर को हार का सामना करना पड़ा। इसे ऐसे भी देख सकते हैं कि कोहली का फ़्लॉप होना बैंगलोर की हार का कारण बना। 20(21), किंग्स-XI पंजाब, 9 मई 2016, मोहाली एक और मैच जहां कोहली का बल्ला शांत रहा और सिर्फ़ 20 रन आए, कोहली का विकेट केसी करिअप्पा ने झटका था। लेकिन इस मैच में बैंगलोर ने पंजाब पर रोंमांचक जीत दर्ज करते हुए प्लेऑफ़ में पहुंचने की उम्मीदों को ज़िंदा रखा। ये मुक़ाबला बैंगलोर ने 1 रन से जीता था। विराट कोहली भले ही फ़्लॉप रहे थे, लेकिन इस जीत के बाद अंतिम-4 की दौड़ में बैंगलोर ने अपने आपको शामिल रखा था। 33(30), मुंबई इंडियंस, 20 अप्रैल 2016, मुंबई विराट कोहली के लिए ये इस सीज़न का पहला मैच था जहां वह अर्धशतक बनाने से चूके थे, हालांकि इस मैच में भी कोहली ने 30 से ज़्यादा रन बनाए थे। उन्होंने 30 गेंदो पर 33 रनों की पारी खेली थी। इस मैच में बैंगलोर ने 170 रन बनाए थे, लेकिन जीत नहीं मिल पाई थी। मुंबई इंडियंस ने ये मुक़ाबला रोहित शर्मा की 62 रनों की पारी की बदौलत 6 विकेट से जीत लिया था। बैंगलोर के लिए ये लगातार दूसरी हार थी। इन आंकड़ों को देखने के बाद तो यही कहा जाएगा कि दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेटर में शुमार कोहली हैं तो इंसान ही।