क्रिकेट इतिहास में 5 ऐसे प्रयोग जिसने इस खेल के प्रति बढ़ाई दीवानगी

DRS
#4 सुपर सब
SUPER SUB

सुपर सब का नियम आईसीसी द्वारा 2005 में एकदिवसीय क्रिकेट में लाया गया लेकिन यह 60 मैचों से ज्यादा नहीं टिक पाया, फिर भी यह क्रिकेट के खेल में एक रोचक बदलाव था। दोनों टीमों को अपने सुपर सब के रूप में एक खिलाड़ी का नाम देना होता था जो किसी अन्य खिलाड़ी के स्थान पर मैच के दौरान कभी भी बल्लेबाजी, गेंदबाजी या फील्डिंग कर सकता था। ये नियम बिल्कुल नया था इसी वजह से खेल में काफी रोचकता आ गयी थी। इसके बावजूद यह जल्द समाप्त करना पड़ा क्योंकि सभी को लगता था कि टॉस जीतने वाली टीम के पक्ष में ये ज्यादा है और विपक्षी टीम के सुपर सब को अप्रभावी बना देता है। इस नियम में यह बदलाव किया जा सकता था कि टीम टॉस के बाद सुपर सब के नाम का ऐलान कर सकती थी लेकिन आईसीसी ने इस नियम को लागू होने के एक साल के अंदर ही हटा लिया।