#4 मनीष पाण्डेय को क्रॉस करने के लिए कहना
हर बार मैच ख़ुद फ़िनिश नहीं किया जा सकता। मैच फ़िनिशिंग के लिए अलग तरह से भी योगदान दिया जा सकता है। महेंद्र सिंह धोनी एक उच्च श्रेणी के फिनिशर है। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 5 वनडे मैच की सीरीज में हमे धोनी के प्रजेंस ऑफ़ माइंड की झलक मिली। भारतीय टीम पहले चार मैच हार चुकी थी और लगभग पांचवां मैच भी हारने वाली थी। आख़िरी मैच में भारत 331 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहा था और आखिरी ओवर में 13 रनों की ज़रूरत थी। मनीष पाण्डेय कमाल की पारी खेल रहे थे। धोनी भी क्रीज़ पर मौजूद थे और आख़िरी ओवर की पहली गेंद का सामना धोनी ने ख़ुद किया। पहली गेंद वाइड थी और दूसरी गेंद पर धोनी ने शानदार छक्का मारा। अगली गेंद पर छक्का मारने की कोशिश करते हुए गेंद काफ़ी उंची उठी और कैच होनेवाला था। तभी धोनी ने पाण्डेय को क्रॉस करने के लिए कहा, ताकि स्ट्राइक पर मनीष पाण्डेय रहें। धोनी जानते थे कि पाण्डेय भारत को मैच जितवा सकते हैं। धोनी ने जैसा सोचा था वैसा ही हुआ। कमेंटेटर डीन जोंस ने धोनी के प्रेज़ेंस ऑफ़ माइंड की भरपूर तारीफ़ की।