5- कॉफ्लिक्ट ऑफ़ इंटरेस्ट
2013 में इंग्लैण्ड में चैम्पियन्स ट्रॉफ़ी की शुरुआत से पहले धोनी पर रीती स्पोर्ट्स (वह कंपनी जो उन्हे, जडेजा रैना और ओझा को मैनेज करती थी), के 15% शेयरों का मालिक होने का आरोप लगा था। हालाँकि कंपनी ने इस आरोप को नकार दिया पर पूर्व खिलाड़ियों ने इस पर असमर्थता जताते हुए धोनी को सभी शेयर बेचने की हिदायत दी। टीम के तीनों फ़ॉर्मेट के कप्तान होने के साथ वे साएसके के भी कप्तान थे। एसे में 15% मालिकाना हक़ खिलाड़ियों के लिए सलेक्शन के समय अन्याय का कारण बन सकता था।
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