#4 अन्धविश्वासी!
[caption id="attachment_13275" align="alignnone" width="456"] वीरेंद्र सहवाग[/caption] सहवाग एक बुद्धिमान क्रिकेटर थे। वह अन्धविश्वासी भी थे। सहवाग का मानना था कि उन्होंने जब भी भारत का सपोर्ट किया है भारत हार गया है। एक वाकये का जिक्र करते हुए उहोने बताया राजकोट में श्रीलंका के साथ हो रहे मुकाबले में उन्होंने लंका का सपोर्ट किया था, इस मैच में श्रीलंका 414 जैसे कठिन लक्ष्य के लगभग करीब पहुँच रहा था। सहवाग होरोस्कोप में काफी भरोसा रखते थे। उनके एक दोस्त ने उन्हें पहले ही बताया था कि ये दिन उनके लिए अच्छा रहेगा और उसी दिन उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तिहरा शतक बनाया था। उसके बाद उन्हें किसी ने बिना नम्बर वाली जर्सी पहनने को कहा था। उन्होंने एक बार बताया था की उन्हें और उनके परिवार को अंकों को लेकर काफी दुविधा थी इसलिए उन्होंने अपनी जर्सी से नम्बर ही हटवा दिया था।