आप भले ही ऑफ़ साइड के ख़ुदा कहे जाने वाले सौरव चंडीदास गांगुली को पसंद करें या न करें, लेकिन इस बात से तो इंकार नहीं कर सकते कि बाएं हाथ का ये बल्लेबाज़ भारतीय इतिहास का एक कलात्मक बल्लेबाज़ है।
दूसरों को अगर दादा से कोई अलग रखता है तो वह है सौरव गांगुली का कभी हार न मानने वाला जज़्बा। जो हम सभी ने उनके करियर के दौर में भी कई बार देखा, फिर चाहे वह मैदान के अंदर की बात हो या मैदान के बाहर।
सौरव गांगुली ने संन्यास के बाद कॉमेंट्री बॉक्स में भी अपनी छाप छोड़ रहे हैं और वहां भी दादा की दादागीरी दिखाई देती है।
जो गांगुली को जानते हैं, वह ये भी जानते हैं कि सौरव अपने बड़बोलेपन के लिए हमेशा से मीडिया के चहेते रहे हैं।
दादा के जन्मदिन के मौक़े पर पढ़िए वह 5 मौक़े जब कॉमेंट्री बॉक्स में भी चली दादा की धाक:
#1 जब गांगुली ने नासिर हुसैन पर किया पलटवार
गांगुली और नासिर हुसैन दोनों ही एक बड़े कप्तान थे और इन दोनों के बीच मैदान पर कई बार नोंक झोक नज़र आई। मैदान के बाद अब कॉमेंट्री बॉक्स में भी ये दोनों एक दूसरे पर वार पलटवार का मौक़ा नहीं छोड़ते।
इसी तरह का एक मौक़ा तब आया था, जब नासिर हुसैन ने ये कहा था कि भारत शायद ही कभी FIFA वर्ल्ड कप खेल पाए, जिसका जवाब दादा ने शानदार अंदाज़ में दिया।
नासिर: हम कब भारत को FIFA वर्ल्डकप में देख सकते हैं ?
गांगुली: अगर हम 50 सालों से FIFA वर्ल्डकप खेलते रहते तो, कम से कम एक बार तो फ़ाइनल के लिए क्वालीफ़ाई कर जाते।
#2 'मौक़ा मौक़ा' पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम का उड़ाया मज़ाक
2015 वर्ल्डकप के दौरान भारत-पाकिस्तान पर एक स्पूफ़ ख़ूब चला था जिसमें पाकिस्तान के लिए एक जीत का मौक़ा बनाकर मज़ाक उड़ाया जा रहा था। जिसे करोड़ों दर्शकों ने यू ट्यूब पर देखा और पसंद किया था। इस विज्ञापन पर कॉमेंट्री बॉक्स में हर्षा भोगले ने जब दादा से सवाल किया तो जानिए किस अंदाज़ में गांगुली ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम का उड़ाया मज़ाक।
हर्षा: क्या आपने मौक़ा मौक़ा वाला विज्ञापन देखा ?
गांगुली: हां देखा, और मैं ये कहूंगा कि अगले 10-12 सालों तक इस ऐड को ऐसे ही छोड़ देना चाहिए क्योंकि पाकिस्तान वर्ल्डकप में हमें नहीं हरा सकती।
#3 जब रवि शास्त्री को दिया करारा जवाब
सौरव गांगुली और रवि शास्त्री के बीच नोंक झोक कोई नई बात नहीं, अक्सर ये दोनों खिलाड़ी आपस में भिड़ते रहे हैं। कुछ इसी तरह का वाक़्या तब सामने आया था जब शास्त्री ने दादा की खिंचाई करनी चाही थी, लेकिन सौरव गांगुली ने ऐसा जवाब दिया कि शास्त्री चुप हो गए।
रवि शास्त्री: आप प्रिंस ऑफ़ कोलकाता कहलाते हो, लेकिन इडेन गार्डेन्स में न तो किसी स्टैंड का नाम आप पर है न ही पैवेलियन, ऐसा क्यों ?
गांगुली: ये पूरा मैदान ही गांगुली के नाम है।
#4 जब दादा ने ज्योफ़री बॉयकॉट को उन्हीं के अंदाज़ में किया ख़ामोश
सौरव गांगुली और ज्योफ़री बॉयकॉट के बीच हमेशा रिश्ते तीखे ही रहे हैं, कुछ ऐसा ही देखने को तब मिला था जब इंग्लिश कॉमेंटेटर ने दादा से सवाल करते हुए ये कहा था कि आपको लॉर्ड्स में जर्सी नहीं लहरानी चाहिए थी, उस पर कुछ इस अंदाज़ में सौरव ने बॉयकॉट की ही कर डाली थी ख़िंचाई।
बॉयकॉट: आपको ये बताना चाहिए कि आपने आख़िर क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में क्यों जर्सी लहराई थी, आप बहुत शरीर हैं।
गांगुली: आपके ही एक इंग्लिश खिलाड़ी ने मुंबई में भी जर्सी लहराई थी।
बॉयकॉट: हां, लेकिन लॉर्ड्स क्रिकेट का मक्का कहा जाता है।
गांगुली: लॉर्ड्स आपके लिए अगर मक्का है, तो वानखेड़े हमारे लिए।
#5 जब चैपल प्रकरण पर राजदीप सरदेसाई को दादा ने दिया था जवाब
हालांकि ये कॉमेंट्री बॉक्स में नहीं हुआ था, लेकिन दादा के इस जवाब को शायद ही कोई भूल सकता है। दादा-चैपल के बीच हुआ विवाद भारतीय क्रिकेट इतिहास की एक बुरी यादों में से एक है। सचिन ने भी अपनी आत्मकथा में इस विवाद का ज़िक्र करते हुए ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज पर वार किया था। इसी विवाद पर मशहूर पत्रकार राजदीप सरदेसाई को दादा ने दिया था तीखा जवाब।
राजदीप: क्या ग्रेग चैपल ने भारतीय क्रिकेट से माफ़ी मांगी, क्या उन्होंने सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ या सौरव गांगुली से माफ़ी मांगी ?
गांगुली: वह सचिन को कॉल कर सकते हैं, द्रविड़ से बात कर सकते हैं, लेकिन उनकी हिम्मत नहीं कि वह मेरा नंबर डायल कर सकें। अगर वह टीवी पर देख रहे हैं, तो सुन लीजिए कभी ग़लती से भी सौरव गांगुली को कॉल करने की हिम्मत मत कीजिएगा।