जावेद मियांदाद, 1985
साल 1985 में पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच के दौरान कप्तान जावेद मियांदाद और फील्ड अंपायर के बीच तीखी नोकझोंक हुई। ये सीरीज 1-1 से बराबरी पर छूट गयी थी। इस मैच में पाकिस्तान को जीतने के लिए 2 विकेट की दरकार थी। पाकिस्तानी तेज गेंदबाज़ वसीम अकरम ने दोपहर के सेशन में एक बाउंसर फेंकी जिसके लिए अंपायर ने उन्हें वार्निंग दी। इसी बात से नाखुश होकर मियांदाद ने अंपायर से काफी बहस की। मियांदाद अंपायर के इस निर्णय से काफी गुस्से में आ गये थे। वह लगातार बाउंसर को खेल का हिस्सा बता रहे थे। साथ ही वह अकरम से लगातार कह रहे थे कि अंतिम गेंद भी बाउंसर फेंको।
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