इंग्लैंड टीम को अक्टूबर में दो टेस्ट और तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेलने बांग्लादेश जाना है। इस सीरीज को लेकर काफी चर्चाएँ हैं क्योंकि सुरक्षा कारणों को देखते हुए इंग्लैंड का ये दौरा मुश्किल में लग रहा था लेकिन इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने सभी अनुमानों को दरकिनार करते हुए टीम को बांग्लादेश भेजने का फैसला लिया है। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों ने बंगलदेश का दौरा किया और वो इस बारे में आश्वस्त हैं कि खिलाड़ियों की सुरक्षा को सबसे ज्यादा महत्त्व दिया जाएगा। इसी वजह से इसीबी के डायरेक्टर एंड्रू स्ट्रॉस को उम्मीद है कि बांग्लादेश के दौरे पर इंग्लैंड की टॉप टीम जाएगी। वैसे पिछले कुछ सालों में कई ऐसे सीरीज थे जो सुरक्षा कारणों से रद्द करने पड़े। इसके पीछे का प्रमुख कारण मेजबान देश के ऊपर हुआ आतंकवादी हमला या फिर राजनितिक अस्थिरता रहा। दौरा रद्द करने के मामले में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम सबसे ऊपर है और हालिया समय में उन्होंने ही हम आपको पांच ऐसे मौकों के बारे में बताते हैं जब सुरक्षा कारणों से टीमों ने दौरा करने से मना कर दिया: # 1 ऑस्ट्रेलिया, 1996 विश्व कप 1996 में श्रीलंका की हालत काफी खराब थी और वहां सरकार और लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम) के बीच गृह युद्ध छिड़ा था। इस स्थिति के कारण ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 1996 विश्व कप के दौरान श्रीलंका का दौरा करने से मना कर दिया था क्योंकि उन्हें डर था कि लिट्टे के सदस्य उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं। उनका ये मानना सही भी था क्योंकि विश्व कप से ठीक पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम के होटल के बाहर बम धमाका हुआ था। ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच जो मैच नहीं हो पाया, उसके अंक मेजबान टीम के हिस्से में गए थे। हालाँकि इस विश्व कप के फाइनल में श्रीलंका का सामना ऑस्ट्रेलिया से ही था और लाहौर में हुए मैच में अरविन्द डी सिल्वा की लाजवाब पारी की बदौलत श्रीलंकाई टीम ने पहली बार एकदिवसीय विश्व कप जीता था। # 2 इंग्लैंड, 2003 विश्व कप 2003 विश्व कप में काफी विवादास्पद परिस्थितियां पैदा हुई थी और इसी वजह से इंग्लैंड की टीम ने ज़िम्बाब्वे जाने से मना कर दिया था। गौरतलब है कि इस विश्व कप की प्रमुख मेजबान दक्षिण अफ्रीका थी और उनके साथ ज़िम्बाब्वे और केन्या ने सह-मेजबान की भूमिका निभाई थी। उस समय ज़िम्बाब्वे में राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे के गोर समुदाय को लेकर बनाये गए नीतियों के कारण काफी गहमागहमी वाला माहौल था। यहाँ तक कि मुगाबे के विरोध में ज़िम्बाब्वे के सीनियर खिलाड़ियों, एंडी फ्लावर और हेनरी ओलोंगा ने बांह पर काली पट्टी बाँधी थी। इंग्लैंड के ज़िम्बाब्वे नहीं जाने के कारण आईसीसी ने ग्रुप मैच का विजेता ज़िम्बाब्वे को घोषित कर दिया और शायद इसी वजह से इंग्लैंड की टीम सुपर 6 में पहुँचने में नाकाम रही थी। # न्यूजीलैंड, 2003 विश्व कप इंग्लैंड की तरह न्यूजीलैंड ने भी 2003 विश्व कप में ग्रुप मैच खेलने के लिए केन्या का दौरा करने से इनकार कर दिया था। केन्या में आतंकवादी संगठन बोको हराम ने आतंकवादी हमले की धमकी दी थी और इसी वजह से कीवी टीम ने खतरे को भांपते हुए मैच न खेलना ज्यादा सही समझा। न्यूजीलैंड ने आईसीसी से इस मैच को दक्षिण अफ्रीका में करवाने की मांग की थी लेकिन उनकी ये बात नहीं मानी गई और केन्या को मैच का विजेता घोषित किया गया। केन्या ने इस विश्व कप में सभी को चौंकाते हुए सेमीफाइनल तक का सफ़र तय किया था, जहाँ उन्हें भारत ने हराया था। हालाँकि न्यूजीलैंड ने आईसीसी के इस फैसले का विरोध करना जारी रखा और उनके मुताबिक आईसीसी ने सही नहीं किया था। कहीं न कहीं इस विश्व कप में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को इस एक मैच के कारण और आगे जाने का मौका नहीं मिला। हालाँकि न्यूजीलैंड की टीम सुपर 6 में पहुँचने में कामयाब रही थी। # ऑस्ट्रेलिया, 2015 सुरक्षा कारणों से दौरा रद्द करना ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के लिए कोई नई बात नहीं है। पिछले साल अक्टूबर में उन्हें बांग्लादेश के दौरे पर जाना था लेकिन आखिरी समय में टीम ने ये दौरा रद्द कर दिया था। उस समय क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ एग्जीक्यूटिव जेम्स सदरलैंड ने कहा," हमारी सरकारी संस्थाओं और सुरक्षा अधिकारियों के हालिया जानकारी के बाद हमें खेद है कि ये दौरा रद्द करने के अलावा हमारे पास और कोई उपाय नहीं है। ये फैसला इसीलिए लिया गया था क्योंकि रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर टीम दौरे पर जाती तो ये किसी खतरे से खाली नहीं था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सिक्यूरिटी हेड सीन कैरोल ने बंगलादेशी सरकार, बंगलादेशी क्रिकेट बोर्ड और ऑस्ट्रेलियाई हाई कमीशन से भी इस दौरे के मद्देनज़र मुलाक़ात की थी। # ऑस्ट्रेलिया अंडर 19, 2016 सीनियर टीम की तरह ऑस्ट्रेलिया की अंडर 19 टीम ने भी बांग्लादेश का दौरा नहीं किया और इस वजह से उनकी जगह अंडर 19 वर्ल्ड कप में आयरलैंड की टीम ने हिस्सा लिया था। जेम्स सदरलैंड ने इस बारे में कहा कि जिस वजह से ऑस्ट्रेलिया की सीनियर टीम बांग्लादेश के दौरे पर नहीं गई थी, उसी वजह से जूनियर टीम को भी दौरे पर जाने से मना किया गया है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने सुरक्षा का हवाला देते हुए ये सलाह दी। हालाँकि इस बात से आईसीसी खुश नहीं दिखी और डेव रिचर्डसन ने कहा कि खिलाड़ियों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है और आईसीसी को अपनी जिम्मेदारियों का भी अहसास है। हालाँकि हम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के फैसले के सम्मान करते हैं, लेकिन कुल मिलाकर आईसीसी इस फैसले से संतुष्ट नहीं है। वेस्टइंडीज की अंडर 19 टीम ने भारतीय अंडर 19 टीम को हराकर अंडर 19 विश्व कप जीता था और आईसीसी ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के साथ मिलकर काफी अच्छे से इस टूर्नामेंट का आयोजन करवाया था।