साल 2010 में क्रिकेट जगत में खलबली मच गई जब स्पॉट फिक्सिंग घोटाला सामने आया। पाकिस्तान के 18 वर्षीय तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर को पैसे के बदले नो बॉल डालने का दोषी पाया गया। बुकी ने आमिर को ये निर्देश दिए थे कि उन्हें इस समय नो बॉल डालनी है। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर को 6 महीने की जेल हुई, उन पर पांच वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया गया और किसी भी प्रकार के क्रिकेट खेलने पर रोक लगा दी। हालांकि, पाकिस्तान ने 2016 एशिया कप में आमिर को दूसरा मौका दिया। भारत के खिलाफ वापसी वाले मैच में आमिर ने पहले दो ओवर में तीन विकेट लेकर अपनी काबिलियत से सभी को अवगत कराया। इसके बाद वो इंग्लैंड में पाकिस्तान की टेस्ट टीम का हिस्सा बने। हाल ही में संपन्न चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान को विजेता बनाने में आमिर की बड़ी भूमिका रही।