क्रिकेट के खेल को 'जेंटलमैन' के खेल के तौर पर देखा जाता है। लेकिन इस खेल में कई बार कुछ चौंका देने वाली या अजीबो गरीब घटनाएं भी देखने को मिल जाती है। इस खेल में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के जरिए बनाई गई आचार संहिता को मानने के लिए हर क्रिकेटर बाध्य हैं। अगर कोई क्रिकेटर इन नियमों की अनदेखी करता है और नियम के खिलाफ जाता है तो सजा का प्रावधान भी इस आचार संहिता में किया गया है। इनमें जुर्माने से लेकर क्रिकेट से आजीवन प्रतिवंध लगाने जैसे प्रावधान शामिल हैं। आईसीसी के जरिए नियुक्त मैच रेफरी के पास अपराधों के लिए सजा निर्धारित करने की शक्ति होती है। मैच रेफरी आचार संहिता की धाराओं को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों पर उचित कार्रवाई कर सकता है। हालांकि ये सिर्फ जरूरी नहीं है कि किसी क्रिकेटर को सिर्फ मैदान पर किसी उल्लघंन की वजह से सजा दी जाए, बल्कि ऐसा भी कई बार देखा गया है जब खिलाड़ियों को मैदान के बाहर किसी अपराध के चलते जुर्माने या सजा का सामना करना पड़ा है। आइए यहां उन 5 मामलों पर एक नजर डालते हैं, जब क्रिकेटर्स पर लगाए गए जुर्माना की वजह काफी अजीब या मजेदार थी।
#5 गौतम गंभीर- कुर्सी को मारने पर
इंडियन प्रीमीयर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान गौतम गंभीर भी जुर्माने का सामना कर चुके हैं। गौतम गंभीर को साल 2016 के सीजन में आईपीएल आचार संहिता को तोड़ने का दोषी पाया गया। जिसके चलते गौतम गंभीर पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था। दरअसल, गौतम गंभीर का अपराध था कि उनकी टीम ने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ लीग मुकाबला खेलते हुए जीत हासिल कर ली थी। इस जीत के बाद गौतम गंभीर ने डगआउट में एक कुर्सी को लात मार दी थी। यह व्यापक रूप से माना जाता सकता था कि गौतम गंभीर जो हमेशा मैदान पर भावनाओं के साथ अपना खेल दिखाते हैं, उन्होंने जीतने की खुशी में कुर्सी पर लात मारी दी। हालांकि, गौतम गंभीर का कुर्सी पर लात मारना आचार संहिता के लेवल 1 अपराध (आर्टिकल 2.1.8) के तहत माना गया। लेवल एक के अंदर 'क्रिकेट के उपकरण या कपड़े, जमीन उपकरण या फिक्स्चर और फिटिंग का दुरुपयोग' शामिल है।
#4 मैथ्यू हेडन- शीशे का दरवाज़ा तोड़ने पर
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने ड्रेसिंग रूम में शीशे का दरवाजा तोड़ दिया। जिसके कारण मैथ्यू के इस अपराध को लेकर आईसीसी के जरिए फटकार लगाई गई और इसके साथ ही उन पर जुर्माना भी लगाया गया। दरअसल, मैथ्यू हेडन ने ऐसा उस घटना के बाद किया जब साल 2003 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में पांचवें एशेज टेस्ट मुकाबले में वो सिर्फ दो रनों पर LBW हो गए थे। मैच रेफरी वसीम रजा ने हेडन पर मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया। रजा ने एक बयान में कहा था, 'सुनवाई के दौरान, मैथ्यू हेडन ने अपराध को स्वीकार कर लिया था और खुद के जरिए किए गए काम के लिए माफी भी मांगी थी।' हेडन के जरिए की गई इस हरकत को आचार संहिता के लेवल एक के तहत अपराध माना गया। लेवल एक के अंदर 'क्रिकेट के उपकरण या कपड़े, जमीन उपकरण या फिक्स्चर और फिटिंग का दुरुपयोग' शामिल है।
#3 डेल स्टेन पर सुलेमान बेन पर थूकने के लिए
दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के 132वें ओवर में केमार रोच ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी डेल स्टेन को बोल्ड कर दिया। बोल्ड हो जाने के बाद डेल स्टेन काफी उत्तेजित हो गए और उन्होंने सुलेमान बेन की तरफ थूक दिया। तीन मैचों की सीरीज में बारबाडोस में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के दौरान दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन के जरिए वेस्टइंडीज के आलराउंडर सुलेमान बेन की तरफ की गई इस हरकत के कारण आईसीसी ने उन पर पूरे मैच फीस का जुर्माना लगाया गया। आईसीसी ने एक बयान में कहा, 'दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन पर वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।' डेल स्टेन की इस हरकत के बाद मैच रेफरी जेफ क्रो ने कहा कि डेल का व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य था और डेल भी इस बात को अच्छी तरह से जानते थे।
#2 वीरेंदर सहवाग और हरभजन सिंह- न्यूज़ीलैंड में गंदे जूते पहनकर प्रवेश करने पर
क्रिकेटर्स को जुर्माना लगाए जाने वाली वजहों में वीरेंदर सहवाग और हरभजन सिंह पर लगाए गए जुर्माने की वजह काफी दिलचस्प है। वीरेंदर सहवाग और हरभजन सिंह पर लगाया गया ये जुर्माना मैदान के अंदर नहीं बल्कि मैदान के बाहर का है। दरअसल, साल 2002 में न्यूजीलैंड में गंदे जूते पहनकर प्रवेश करने के लिए स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह और बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग सहवाग पर जुर्माना लगाया गया। दोनों खिलाड़ियों पर ये जुर्माना न्यूजीलैंड के कृषि मंत्रालय की ओर से लगाया गया था। दोनों खिलाड़ियों पर गंदे जूते के लिए हवाई अड्डे पर 200 न्यूजीलैंड डॉलर (100 डॉलर) का जुर्माना लगा। न्यूजीलैंड में जैव सुरक्षा कानूनों का काफी पालन किया जाता है। इसके चलते दूसरे देशों से आने वाली बीमारियों से बचाव किया जाता है। जैव सुरक्षा कानूनों के मद्देनजर दोनों खिलाड़ियों पर जुर्माना लगा। वहीं अगर दोनों क्रिकेटर अपने जूते उन्हें सौंप देते तो उनके जूतों की न्यूजीलैंड के करदाताओं के खर्च से धुलाई होती और फिर वापस ये जूते उन्हें सौंप दिए जाते।
#1 रविंद्र जडेजा- शेर के साथ सेल्फ़ी क्लिक करने पर
आज के दौर में सेल्फी लेने का क्रेज हर किसी में है। हालांकि सेल्फी लेने का ये क्रेज भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी रवींद्र जडेजा को भारी पड़ गया। सेल्फी लेने के चक्कर में रविंद्र जडेजा को मैदान के बाहर जुर्माने का सामना करना पड़ा है। दरअसल, रविंद्र जडेजा को एक शेर के साथ सेल्फी लेना और उसे पोस्ट करना महंगा पड़ा गया। गिरि राष्ट्रीय उद्यान में लुप्तप्राय एशियाई शेरों के सामने भारतीय क्रिकेटर रविंद्र जडेजा के जरिए सेल्फी लेने के कारण उन पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था। पार्क के अधिकारियों ने कहा कि रविंद्र जडेजा ने नियमों का उल्लंघन किया है जिसके कारण उन पर जुर्माना लगाया गया है। नियमों के मुताबिक कोई भी आगंतुक पार्क में अपने वाहन को नहीं छोड़ सकता है और न ही किसी आगंतुक को अपने वाहन से नीचे आने की अनुमति होती है। संयोगवश, जडेजा ने उन तस्वीरों को तब कुछ दिनों के बाद पोस्ट किया था, जब गुजरात के वन अधिकारियों ने शेरों के साथ खुद की सेल्फी लेने को लेकर खतरों की चेतावनी दी थी। बता दें कि गुजरात के पश्चिमी हिस्से में गिर राष्ट्रीय उद्यान एकमात्र ऐसा स्थान है जहां एशियाई शेर बचे हुए हैं। लेखक: उमैमा सईद अनुवादक: हिमांशु कोठरी