क्रिकेट इतिहास में विश्व कप सबसे अहम टूर्नामेंट होता है। अभी तक कुल 11 वनडे विश्व-कप खेले जा चुके हैं। इनमें से पांच पर ऑस्ट्रेलिया ने कब्जा जमाया है तो वहीं दो विश्व कप टीम इंडिया ने भी अपने नाम किए हैं। भारत को पहला विश्वकप जीतने के बाद दूसरे विश्वकप के लिए कई सालों का लंबा इंतजार करना पड़ा था लेकिन अंत में धोनी की कप्तानी में साल 2011 में भारत ने दूसरा विश्व-कप अपने नाम कर ही लिया था।
विश्वकप के फाइनल या अन्य मैच बहुत ही अहम होते हैं। एक गलती से विश्व कप हाथों से छूट जाता है और टीम को सिर्फ खुद पर गुस्सा करने के अलावा और कुछ नहीं बचता। यहां हम ऐसे ही पांच मौकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जब एक गलती की वजह से पूरा विश्व कप जीतने का सपना चकनाचूर हो गया था।
5. शेन वॉटसन का कैच बनाम पाकिस्तान (2015)
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2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में संयुक्त रूप से विश्वकप का आयोजन हुआ था। इस विश्व कप के तीसरे क्वार्टरफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान आमने सामने थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की पूरी टीम 213 के स्कोर पर सिमट गई। 214 रनों का लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया के लिए भी आसान नहीं होने वाला था।
ऑस्ट्रेलियाई की शुरुआत ज्यादा अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलिया के पहले तीन विकेट महज 59 के स्कोर पर गिर गए थे। वॉटसन क्रीज पर जमने का प्रयास कर रहे थे तभी उन्होंने वहाब रियाज की एक गेंद उन्होंने हवा में खेल दी। कैच लेने के लिए खड़े राहत अली ने एक आसान सा कैच छोड़ दिया और इसके बाद वॉटसन ने शानदार 64 रनों की पारी खेली।
वॉटसन की इसी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेटों से यह मैच जीत लिया और सेमीफाइल मुकाबले में जगह बना ली। सेमीफाइनल में भारत और फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर ऑस्ट्रेलिया ने इस विश्वकप को भी अपने नाम किया था।
4. स्टीव वॉ का कैच बनाम दक्षिण अफ्रीका (1999)
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1999 में विश्व कप का एक मैच दक्षिण अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। इस मैच में हर्षल गिब्स ने शानदार प्रदर्शन किया और शतक बनाया था। उसी के बदौलत अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 271 रनों का लक्ष्य दिया। ऑस्ट्रेलिया टीम की शुरुआत ज्यादा अच्छी न रही और पहले तीन विकेट महज 48 रनों पर ही गिर गए थे। इसके बाद कप्तान स्टीव वॉ बल्लेबाजी करने आए और उनका एक कैच गिब्स के हाथों में चला गया। इस से आसान से कैच को गिब्स ने छोड़ दिया।
स्टीव वॉ ने इस कैच के बाद शानदार पारी खेलते हुए न सिर्फ शतक जमाया बल्कि 110 गेंदों में 120 रनों की धमाकेदार पारी भी खेली। इसी मैच की वजह से ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में पहुंच गया था। दिलचस्प बात एक यह भी है कि विश्व कप के बाद यह खबरें भी सुनने को मिली थी कि कैच छोड़ने के बाद स्टीव वॉ ने गिब्स से कहा था कि गिब्स तुमने कैच ही नहीं विश्व कप छोड़ दिया।
3. एडम गिलक्रिस्ट का कैच बनाम श्रीलंका (2007)
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2007 का विश्व कप वेस्टइंडीज में खेला गया था। इस विश्वकप को कोई भारतीय याद नहीं रखना चाहेगा क्योंकि टीम इंडिया बांग्लादेश से हारकर बाहर हुई थी। विश्वकप का फाइनल मुकाबला श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने तेजी से रन बनाए।
बारिश से बाधित 38-38 ओवरों के इस मैच में जब गिलक्रिस्ट महज 31 रन बनाकर खेल रहे थे तब एक कैच दिलहारा फर्नानेंडो ने टपका दिया। इस मैच में एडम गिलक्रिस्ट ने ताबड़तोड़ 104 गेंदों में 149 रनों की पारी खेली थी। इसी पारी का नतीजा था कि ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच और विश्वकप अपने नाम लिया था।
2. मार्टिन गुप्टिल का कैच बनाम वेस्टइंडीज (2015)
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2015 विश्व कप के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज टीम आमने- सामने थी। कीवी सलामी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल का कैच मार्लन सैमुअल्स ने टपका दिया। इस समय गप्टिल महज चार के स्कोर पर थे। गप्टिल ने इस मैच में रिकॉर्ड पारी खेली थी और 237 रन बनाए। इस मैच में विंडीज टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
1. सचिन तेंदुलकर के कई कैच बनाम पाकिस्तान (2011)
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2011 के विश्वकप सेमीफाइनल मुकाबले में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से हुआ था। भारत-पाक मुकाबला हर बार की तरह ही शानदार होता है। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने चार विकेट 141 रनों पर गंवा दिए।
इसी बीच सचिन तेंदुलकर शानदार बल्लेबाजी करते हुए बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहे थे लेकिन तभी उनके एक के बाद कई कैच पाकिस्तान टीम के फील्डर ने छोड़ दिए। सचिन ने इस मैच में 85 रनों की पारी खेली और भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। पाक यह मैच 29 रनों के साथ हार गया। भारत ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद विश्वकप पर कब्जा जमाया था।