भारत और पाकिस्तान के बीच दूसरा वनडे खेला गया, 5 अप्रैल 2005 को विशाखापटनम में। भारत के कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर, पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। इस मैच को काफी समय तक याद किया जाएगा , क्योंकि इसी मैच ने धोनी के करियर को उड़ान दी थी। भारत को तीसरे ओवर में ही करारा झटका लगा, जब टीम के स्टार बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर सस्ते में आउट हो गए। उनके आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए महेंद्र सिंह धोनी। दाए हाथ के इस बल्लेबाज़ ने आते ही गेंदबाजों पर हमला बोल दिया। धोनी ने नाबाद रहते हुए 123 गेंदों पर 148 रन बनाए, जिसमे 15 चौके और 4 बड़े छक्के शामिल थे, उन्होने यह रन 120.32 की स्ट्राइक रेट से बनाए। उनकी इसी पारी की बदौलत भारत ने 356 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। अंत में भारत ने यह मैच 58 रनों से जीता और धोनी को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।