5 मौके जब खिलाड़ियों ने चोटिल होने के बावजूद क्रिकेट मैदान पर मोर्चा संभाला

खेल के मैदान में खिलाड़ियों को अक्सर चोटें लगती रहती है। कई बार ये चोट काफी गंभीर रूप भी ले लेती है, लेकिन गंभीर चोटों के बावजूद भी खिलाड़ी अपने देश और अपनी टीम के लिए हार नहीं मानते हैं। ऐसा ही एक नजारा क्रिकेट के मैदान पर ऐशिया कप 2018 के पहले मुकाबले में देखने को मिला। जब श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल दूसरे ओवर में सुरंगा लकमल की गेंद को हिट करने के प्रयास में चूक गए और गेंद सीधे उनकी बाईं कलाई पर जाकर लगी। इस कारण उनकी कलाई में फ्रैक्चर आ गया और वह मैच से रिटायर्ड हर्ट हो गए। इसके बाद वो अस्पताल गए और वापस आए तो उनके चोटिल हाथ में स्लिंग लगा था। हालांकि बांग्लादेश का नौवां विकेट गिरा तो उन्होंने मैदान पर आकर सबको चौंका दिया और बल्लेबाजी भी की। तमीम शतकीय पारी खेलने वाले मुशफिकुर रहीम का साथ देने के लिए मैदान में उतरे। तमीम इस मुकाबले में नाबाद रहे और साथ ही उन्होंने क्रिकेट फैंस का दिल भी जीत लिया। आइए, आज जानते हैं ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने चोटिल होने के बावजूद क्रिकेट मैदान पर मोर्चा संभाला... #5 इयान बेल (2010) साल 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में इयान बेल कैच पकड़ने के चक्कर में चोटिल हो गए। इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इयान बेल को फ्रैक्चर हो गया था। बांग्लादेश ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 236 रन बना लिए थे। जवाब में इंग्लैंड के 9 विकेट 227 रन पर ही गिर गए। हालांकि इयान ने हिम्मत दिखाते हुए मैदान पर एक छोर संभाला। इंग्लैंड इस मुकाबले को हार गया लेकिन इयान बेल ने सबका दिल जरूर जीत लिया। #4 सचिन तेंदुलकर (1999) भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1999 में टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई में खेला गया। इस मुकाबले की दूसरी पारी में भारत की हालत गंभीर थी और टीम के 5 विकेट 82 रन पर ही गिर चुके थे। हालांकि इसके बाद सचिन तेंदुलकर का जलवा देखने को मिला। इस मुकाबले में सचिन तेंदुलकर ने 273 गेंदों का सामना करते हुए 136 रन बनाये। सचिन की पारी की खास बात यह रही कि इस पारी के दौरान उनका पीठ दर्द एक बार फिर सामने आया और हर गेंद के साथ उनकी पीठ असहनीय दर्द दिए जा रही थी, लेकिन फिर भी सचिन ने हार नही मानी। हालांकि भारत इस मुकाबले में जीत हासिल नहीं कर पाया लेकिन सचिन तेंदुलकर को मैन ऑफ द मैच अवार्ड जरूर मिला। #3 माइकल क्लार्क (2014) साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट मैच खेला गया। इस टेस्ट मैच में माइकल क्लार्क को काफी संघर्ष करते हुए देखा गया। दरअसल, मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कई गेंदें अपने ग्लव्स, कंधे और पसलियों पर खाई लेकिन उन्होंने अपना विकेट नहीं गंवाया। इस मैच में उन्होंने 301 गेंदों का सामना करते हुए 161 रन बनाए। हालांकि मैच के बाद इस बात का पता चला की माइकल का इस मुकाबले में मार्ने मोर्कल के द्वारा मारे गए बाउंसर के कारण कंधा टूट गया था। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को जीत हासिल हुई थी। #2 स्टीव वॉ (2001) साल 2001 में एशेज सीरीज में स्टीव वॉ घायल हो गए थे। ऑस्ट्रेलिया सीरीज जीत चुका था लेकिन आखिरी टेस्ट में स्टीव वॉ मैदान पर आना चाहते थे। आखिरी टेस्ट से पहले स्टीव वॉ ने फीजियो की काफी मदद ली लेकिन वो 50 फीसदी भी फिट नहीं थे। उन्होंने इसके बावजूद आखिरी मैच में 157 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली। #1 ग्रीम स्मिथ (2009) दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने साल 2009 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चोट के बावजूद बल्लेबाजी की। इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका को मैच ड्रॉ करवाने के लिए 8.2 ओवर और खेलना था। स्मिथ का कंधा टूट चुका था और कोहनी पर चोट थी। दिन की शुरुआत में चोटिल स्मिथ का मैदान पर उतरने का कोई इरादा नहीं था लेकिन साउथ अफ्रीका के 9वें विकेट के गिरने के बाद स्मिथ ने मैदान पर जाने की ठानी। मैदान पर स्मिथ शानदार तरीके से गेंदों को डिफेंड करते गए। हालांकि 27 गेंदों का सामना करने के बाद ही मिशेल जॉनसन की गेंद पर स्मिथ आउट हो गए। स्मिथ की हिम्मत की हर किसी ने दाद दी। लेखक: शिव धवन अनुवादक: हिमांशु कोठारी

Edited by Staff Editor
Sportskeeda logo
Close menu
WWE
WWE
NBA
NBA
NFL
NFL
MMA
MMA
Tennis
Tennis
NHL
NHL
Golf
Golf
MLB
MLB
Soccer
Soccer
F1
F1
WNBA
WNBA
More
More
bell-icon Manage notifications