एक बार ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के टाइम पर सचिन चोट के बाद वापसी कर रहे थे और उनसे रन नहीं बन रहे थे। ऑस्ट्रेलियन मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ माइकल क्लार्क जो उस समय, सचिन के करीब फ़िल्डिंग कर रहे थे, वो उनके पास गए और बोले" अब तुम्हारी उम्र हो गई है। तुम्हें अब खेलना छोड़ देना चाहिए"। सचिन ने इनकी बात पर ध्यान नहीं दिया और अपनी बल्लेबाज़ी जारी रखी, लेकिन सहवाग से रहा नहीं गया और वो क्लार्क के पास गए और उन्हें कहा "तुम अपने काम से मतलब रखो और सचिन से भिड़ने की ज़रूरत नहीं हैं"। पर क्लार्क चुप नहीं हुए। जब यह सब देखकर सहवाग फिर से क्लार्क के पास गए और उनसे पूछा, तुम कितने साल के हो ? क्लार्क :" 23 साल" सहवाग : " तुम्हें पता है, जितनी तुम्हारी उम्र है, उससे ज्यादा इनके शतक हैं। अगर तुम्हें किसी से बदतमीजी करनी है, तो उससे करो जो तुम्हारी उम्र का हो"। फिर भी क्लार्क चुप नहीं हुए और अंत में सहवाग ने इन्हें चुप कराने का फैसला किया। सहवाग : "तुम्हारे टीम वाले तुम्हें पाप बुलाते हैं" क्लार्क: "हाँ"। वीरू : "कौन सी नस्ल"। उसके बाद सभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी चुप रहे।