यह घटना तब की है, जब सहवाग इंग्लैंड काउंटी टीम लेस्टरशायर के लिए खेल रहे थे। वीरू उस समय 8वे नंबर के बल्लेबाज़ जेरेमी स्नेप के साथ खेल रहे थे। वो अब्दुल रज़्ज़ाक़ को खेल रहे थे, जिन्होंने मैच में 2 विकेट पहले ही ले लिए थे। वो पुरानी गेंद से बॉलिंग कर रहे थे और उस समय गेंद काफी रिवर्स भी हो रहा था। जिससे बल्लेबाजों को खेलने में दिक्कत आ रही थी। अभी भी दिन में 40 ओवर बाकी थे और रिवर्स को देखते हुए यह ओवर खेलना मुश्किल ही लग रहा था। स्नेप सहवाग के पास गए और कहा " यह हमारा बंदर बना रहे है, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा। तुम्हें ही कुछ करना होगा"। सहवाग के दिमाग में कुछ चल रहा था और उन्होंने कहा" मेरे पास एक प्लान हैं"। जब रज़्ज़ाक़ गेंद करने आए, वीरू ने आगे बढ़कर लंबा छक्का लगाया। उसके बाद अंपायर ने नई गेंद लेने का फैसला किया। उसके बाद सहवाग स्नेप के पास गए और कहा" यह नई गेंद ज्यादा स्विंग नहीं करेंगी,हम अगले दो घंटों तक सेफ हैं"। लेखक- वत्सल यादव, अनुवादक- मयंक महता