टी-20 क्रिकेट मनोरंजन और एक्शन से लबरेज़ एक ऐसा खेल है जहां जीतने के लिए योजनाओं का उचित क्रियान्वय और त्वरित सोच आवश्यक होती है। कप्तानों की नियुक्ति में टीमों ने काफी समय निवेश किया है। टीम लीडर को स्मार्ट और उचित निर्णय लेने में सक्षम होना चाहिए। लेकिन कई बार यह कप्तानी महान खिलाड़ियों के लिए भी टेढ़ी खीर साबित हुई है। विश्व में अपना डंका बजाने के बावजूद वह एक कप्तान के रूप में ठोकर खा चुके हैं। यहां इस कड़ी में हम उन 5 खिलाड़ियों पर एक नज़र डालते हैं जो आईपीएल टीम के कप्तान के रूप में सिर्फ एक सत्र तक ही चल सके और खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें हटाना पड़ा।
#5 डेविड मिलर, किंग्स-XI पंजाब
2016 में दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी डेविड मिलर को किंग्स-XI पंजाब का कप्तान नियुक्त किया गया और इस प्रोटियाज़ खिलाड़ी से टीम को बहुत उम्मीदें थीं लेकिन दुर्भाग्य से वह कभी भी अपनी भूमिका का निर्वाहन सही तरीके से नहीं कर सके और अपनी टीम को कोई परिणाम दिलाने में असफल रहे। इसके अलावा उनकी बल्लेबाजी फॉर्म फिसलती गयी और जिन 6 मैचों में उन्होंने पंजाब का नेतृत्व किया, उसमें केवल एक में जीत और 5 में हार मिली। इस निराशाजनक शो के बाद उन्हें कप्तानी पद से हटा दिया गया और मुरली विजय को कप्तानी सौंप दी गयी।
#4 ग्लेन मैक्सवेल, किंग्स-XI पंजाब
किंग्स-XI पंजाब के कप्तान की कुर्सी का खेल 2017 के सीजन में भी जारी रहा और उन्होंने उस सीजन में ग्लेन मैक्सवेल को अगला कप्तान नियुक्त किया गया। मैक्सवेल के पास इसके पहले किसी भी पक्ष का नेतृत्व करने का कोई पूर्व अनुभव नहीं था लेकिन पंजाब ने उन्हें जिम्मेदारी दी और उन्होंने सही भावना में शुरुआत तो की। लेकिन नतीजे उनके पक्ष में नहीं आए और सीजन के अंत में पंजाब के मेंटर वीरेंदर सहवाग ड्रेसिंग रूम में कप्तानी जिम्मेदारी नहीं उठाने के कारण उन पर भड़क उठे थे। 14 मैचों में पंजाब की कप्तानी करते हुए मैक्सवेल ने केवल 7 मैच जीते और 7 ही मैचों में हार मिली। पंजाब प्लेऑफ के लिए क्वालिफाइ नहीं कर सका।
#3 जेपी डुमिनी, दिल्ली डेयरडेविल्स
2015 में वापस जाते हैं जब केविन पीटरसन की खराब कप्तानी के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स ने जेपी डुमिनी को कप्तान के रूप में नियुक्त किया था। हालांकि यह निर्णय भी डेयरडेविल्स के लिए बहुत ही उपयोगी साबित नहीं हुआ क्योंकि टीम की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ और वह लीग में कभी भी आगे नहीं जा सकी। 14 मैचों में वे केवल 5 जीत सके और 8 हार गये, यह एक ऐसा प्रदर्शन रहा जिसे दिल्ली के प्रशंसकों से भयंकर आलोचना का सामना करना पड़ा था। इसके बाद डुमिनी को अगले कुछ सत्रों में जहीर खान से बदल दिया गया।
#2 हरभजन सिंह, मुंबई इंडियंस
मुंबई इंडियंस तब चकरा गए जब सचिन तेंदुलकर ने कप्तानी पद छोड़ने का निर्णय लिया और 2012 के सत्र के लिए ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को पदभार सौंपने का फैसला किया था। वह सीजन मुंबई इंडियंस के लिए एक मिश्रित रहा क्योंकि टीम ने राउंड रॉबिन स्टेज में अच्छा प्रदर्शन किया और प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब रही। इसके बाद रिकी पॉन्टिंग और फिर रोहित शर्मा ने अगले सीजन से कप्तानी अपने हाथ में संभाली।
#1 महेन्द्र सिंह धोनी, राइज़िंग पुणे सुपरजाइंट
जी हां इस लिस्ट में आईपीएल के सबसे सफल कप्तान में से एक महेन्द्र सिंह धोनी का भी नाम है। 2016 में जब चेन्नई सुपर किंग्स को 2 साल के लिए आईपीएल से बैन कर दिया गया था। फिर धोनी को पुणे की टीम में शामिल किया गया और उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया। हालांकि, चोटों ने टीम को काफी परेशान किया और न तो धोनी और न ही उनकी टीम किसी भी रंग में आ सकी। अंतत: 2016 में पुणे के लिए वह काफी खराब अनुभव साबित हुआ था। 14 मैचों में केवल 5 जीत के साथ, पुणे लीग में सातवें स्थान पर रही और धोनी को अगले सीजन के लिए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ से बदल दिया गया। लेखक- राज अनुवादक- सौम्या तिवारी