आईपीएल एक ऐसी प्रतियोगिता है, जिसके जरिए हर साल कई ऐसे युवा क्रिकेटर हमारे सामने आते हैं, जो शायद अपने बेहतरीन खेल के जरिए भारतीय टीम के लिए बहुमूल्य खिलाड़ी साबित हो सकें। शायद इस प्रतियोगिता की शुरुआत भी इसी उद्देश्य से की गई थी। इसके साथ ही टूर्नामेंट के जरिए भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों के बीच बेहतरीन केमिस्ट्री देखने को मिलती है।
इस टूर्नामेंट के पिछले 11 साल के इतिहास में हमने ऐसे कई खिलाड़ियों को देखा भी, जिन्होंने अपने खेल से सभी को प्रभावित करने का काम किया और अपने टैलेंट के जरिए ही भारतीय टीम में स्थान भी हासिल किया। लेकिन अक्सर ऐसा होता है, कि छोटे प्लेटफॉर्म पर बेहतरीन परफॉर्मेंस देने वाले खिलाड़ी बड़े स्तर पर फ्लॉप साबित होते हैं।
आज हम आपको ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने आईपीएल में अपने प्रदर्शन के जरिए भारतीय टीम में जगह पाई, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वह फेल हो गए, जानिए कौन हैं वो खिलाड़ी-
सौरभ तिवारी
सौरभ तिवारी एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने लाजवाब प्रदर्शन के जरिए आईपीएल में खूब सुर्खियां बटोरी। लोगों ने उनके हेयरस्टाइल और खेलने के अंदाज को देखकर उन्हें दूसरा महेंद्र सिंह धोनी बता दिया था। सौरभ तिवारी 2008 में भारतीय अंडर-9 विश्वकप टीम का हिस्सा भी थे और उसी साल से आईपीएल की शुरुआत भी हुई थी।
विश्वकप में अच्छे प्रदर्शन के कारण ही मुंबई इंडियंस ने उन्हें नीलामी में खरीदा था। जिसके बाद 2010 का आईपीएल उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। इस सीजन में तिवारी ने 14 मैचों में 419 रन बनाए और साथ ही रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के कारण सेलेक्टर्स ने उन्हें भारतीय टीम में जगह दी। जिसके बाद जून 2010 में एशिया कप के लिए नामित भारतीय टीम में तिवारी को शामिल किया गया।
उन्होंने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला। जिसमें उन्होंने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 22 गेंदों पर नाबाद 12 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने दिसंबर 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अंतिम मैच में नाबाद 37 रन बनाए थे। जिसके बाद उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया।
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अभिषेक नायर
मुंबई इंडियंस की टीम में जो स्थान अभी हार्दिक पांड्या का है, वो शायद पहले अभिषेक नायर का था। मुंबई की ओर से अपने आईपीएल करियर की शुरुआत करने वाले अभिषेक नायर बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। नायर ने अपने पहले सीजन में मुंबई की ओर से निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए 14 मैचों में 161 रन बनाए थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने प्रदर्शन में सुधार किया और अगले सीजन में 193 रन बनाने के साथ चार विकेट भी लिए।
मुंबई के लिए बेहतरीन खेल और रणजी ट्रॉफी में अच्छे प्रदर्शन के दम पर नायर को भारतीय टीम में शामिल किया गया। नायर को 2009 में वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया। हालांकि नायर को पहले दो मैचों में बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला। जिसके बाद उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2009 में भी एक मैच खेला। जिसमें उन्होंने रन तो नहीं बनाया लेकिन अपने तीन ओवर में 17 रन दिए। उनके इस प्रदर्शन से नाखुश होकर ही शायद उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया।
परविंदर अवाना
इस गेंदबाज ने दिल्ली के लिए प्रथम श्रेणी मैच में अपना करियर शुरू किया और 12 मैचों में 40 विकेट हासिल कर सभी को हैरान किया। जिसके दम पर इनका चयन आईपीएल में हुआ। किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से अपना करियर शुरू करने वाले अवाना ने 2012 पंजाब की ओर से सबसे ज्यादा विकेट हासिल किए। उनके दमदार प्रदर्शन की वजह से उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दो टी20 मैचों में छह ओवर में 71 रन दिए। हालांकि उन्हें जल्द ही भारतीय टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
मोहित शर्मा
अपनी दमदार गेंदबाजी के दम पर 2012-13 के रणजी ट्रॉफी सीजन में वह पांचवे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज साबित हुए थे। जिसके कारण उन्हें चेन्नई सुपरकिंग्स में शामिल किया गया। शर्मा ने अपने पहले आईपीएल सीजन में 15 मैचों में 20 विकेट लिए। जिसके दम पर उन्हें जल्द ही भारतीय टीम का टिकट भी मिल गया।
शर्मा को जिम्बाब्वे दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया। शर्मा ने उस दौरान मैच में 10 ओवर में 26 रन देकर 2 विकेट झटके और मैन ऑफ द मैच पुरस्कार जीता। इसके बाद वह भारत की एकदिवसीय टीम में भी शामिल हुए। शर्मा को इसके बाद 2014 में हुए टी20 विश्वकप के लिए भी चुना गया। इस तेज गेंदबाज ने अपना अंतिम मैच 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। जिसके बाद से उन्हें बाहर कर दिया गया।
मनदीप सिंह
साल 2010 में अंडर-19 विश्वकप में कमाल का प्रदर्शन करने वाले मनदीप सिंह को सबसे पहले कोलकाता नाइटराइडर्स ने खरीदा था। इसके बाद 2011 के आईपीएल में पंजाब की टीम ने इन्हें खरीदा और यह मनदीप सिंह के लिए काफी भाग्याशाली भी रहा। 2012 का सीजन मनदीप सिंह के आईपीएल करियर का सबसे सफल सीजन था। उन्होंने इस सीजन में 16 मैच खेले और 432 रन बनाने के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। इन्हें टूर्नामेंट के राइजिंग स्टार का खिताब भी मिला।
इसके बाद 2016 में वह समय आया, जब इन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ भारतीय टीम में शामिल किया गया। मनदीप ने उस दौरान तीन टी20 मैचों में भाग लिया और कुल 87 रन ही बनाए। उनके इस प्रदर्शन की वजह से जल्द ही टीम से बाहर कर दिया गया।