3.मुथैया मुरलीधरन
टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट लेकर इतिहास रचने वाले मुथैया मुरलीधरन की क्रिकेट से विदाई दिल तोड़ देने वाले रही। 2011 के वर्ल्ड कप में श्रीलंका की टीम फाइनल तक पहुंची और ये मुथैया मुरलीधरन का आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला भी था।
श्रीलंका की पूरी टीम वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उन्हें तोहफे में देना चाहती थी लेकिन ऐसा हो नहीं सका। 2 अप्रैल को जैसे ही एम एस धोनी ने नुवान कुलसेखरा की गेंद पर आखिरी छक्का लगाया वैसे ही मुरलीधरन के 19 साल लंबे करियर का एक दुखत अंत हो गया। एक तरफ जहां भारतीय टीम बल्लेबाजी के बादशाह सचिन तेंदुलकर को अपने कंधों पर उठाकर उन्हें वर्ल्ड कप से शानदार विदाई दे रही थी तो दूसरी तरफ स्पिन के जादुगर मुरलीधरन ने खामोशी से क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। वाकई में ये पल काफी भावुक था।
Edited by सावन गुप्ता