वीरेंदर सहवाग के बिना ये लिस्ट अधूरी सी लगती है। टेस्ट क्रिकेट में सहवाग ने सलामी बल्लेबाज की परिभाषा ही बदल दी। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से उन्होंने क्रिकेट में एक नई धारणा स्थापित की कि टेस्ट क्रिकेट में भी सलामी बल्लेबाज आक्रामक बल्लेबाजी कर सकता है। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी की वजह से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कई टीमों को परेशान किया। सहवाग वनडे मैचों में काफी तूफानी बल्लेबाजी करते थे इसलिए उन्हें टेस्ट का खिलाड़ी नहीं माना गया। लेकिन 'वीरू' ने अपनी बल्लेबाजी से सबको गलत साबित कर दिया। 104 टेस्ट मैचों में उन्होंने 49.34 की औसत से 8586 रन बनाए। टेस्ट मैचों में सहवाग के ना दो-दो तिहरे शतक हैं। जबकि इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 82.2 का रहा। इतनी अच्छी स्ट्राइक रेट किसी-किसी खिलाड़ी की वनडे क्रिकेट में भी नहीं रहती ।
लेखक-रोहित संकर अनुवादक-सावन गुप्ता