सौरव गांगुली से हम जीवन के ये 5 मंत्र सीख सकते हैं

मिले मौके को भुनाना

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को ऑफ़ साइड का भगवान कहा जाता है। उनके स्टांस की भी खूब चर्चा रही है। हालांकि विदेशों में तेज विकेटों पर उन्हें बाउंसर से थोड़ी बहुत दिक्कत हुई है। लेकिन उन्होंने मौका मिलने पर अपने करारे अंदाज में जवाब भी दिया है। साल 2003/04 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। जहां आलोचकों ने सीरिज से पहले ही गांगुली की आलोचना शार्ट गेंद के सामने परेशानी को लेकर शुरू कर दिया था। लेकिन पहला टेस्ट गाबा में हुआ जहाँ गांगुली ने सबकी बोलती बंद करते हुए 196 गेंदों में 144 रन ठोंक दिए। ये स्कोर ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी आक्रमण के खिलाफ उन्होंने बनाया था। भारत ने इतिहास रचते हुए इस सीरिज को 1-1 से बराबर किया था। इसलिए हमें अपने आलोचकों से डरना नहीं चाहिए, और आलोचना को सकारात्मक रूप से लेकर मिले मौके को भुनाना चाहिए। क्योंकि मौजूदा दौर में जिस तरह का माहौल है, उसमें प्रोफेशनल क्रिकेट में आपको लगातार अच्छा खेलना ही होगा।