इंग्लैंड (11 हार)
2000 के दशक में इंग्लैंड की टीम को सीमित ओवरों के क्रिकेट में बहुत ही संघर्ष करना पड़ा था। हालांकि उन्होंने टेस्ट मैचों में सफलता का आनंद लिया लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में वह बुरी तरह नाकाम रहें।
इंग्लैंड टीम के पास एलेक स्टीवर्ट, माइकल वॉन, एंड्रयू फ्लिंटॉफ, ग्रीम हिक, ग्राहम थॉर्प और डैरेन गॉफ जैसे टेस्ट खिलाड़ियों का एक पूल था, लेकिन यही खिलाड़ी सीमित ओवर के क्रिकेट में संघर्ष करते हुए दिखाई देते थे।
अंग्रेज टीम के हार का सिलसिला अक्टूबर 2000 में पाकिस्तान के दौरे से शुरू हुआ। शाहिद अफरीदी के हरफनमौला प्रदर्शन (69 रन और 5 विकेट) की बदौलत पाकिस्तान ने इंग्लैंड को लाहौर के दूसरे वनडे मैच में 8 विकेट से हराया। इसके बाद इंग्लैंड अगला मैच भी हारकर श्रृंखला 1-2 से हार गई।
इसके बाद अंग्रेजों ने श्रीलंका का दौरा किया। यहां पर इंग्लैंड ने टेस्ट सीरीज में 2-1 से जीत हासिल की, लेकिन वनडे सीरीज में 0-3 से हार गए। श्रीलंका के लिए ये मुकाबले बिल्कुल आरामदायक साबित हुए। इसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि तीसरे वनडे में श्रीलंका ने बिना कोई विकेट खोए इंग्लैंड के 166 रनों के लक्ष्य का पीछा कर लिया।
इसके बाद इंग्लिश टीम ने 2001 की शुरूआत में नेटवेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान की मेजबानी की। इंग्लैंड यहां घरेलू मैदान और माहौल का फायदा नहीं उठा पाई और उसे सीरीज के सभी छह मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रन का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम केवल 86 रनों पर ऑलआउट हो गई।
अंतत: यह सिलसिला तब टूटा, जब इंग्लैंड ने कमजोर माने जाने वाली जिम्बाब्वे का दौरा किया। जिम्बाब्वे के रूप मे इंग्लिश टीम को एक आसान शिकार मिल गया, जहां उन्होंने 5-0 की जीत दर्ज की। हालांकि इस दौरान इंग्लैंड को बिना जीत के 8 महीने गुजारने पड़े।