टेस्ट क्रिकेट सही मायनों में भद्र-पुरुषों का खेल है जिसमें खिलाड़ियों के स्वभाव, रवैया, गुणवत्ता और धीरज का कड़ा परीक्षण होता है। केवल लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी ही खेल के सबसे लंबे प्रारूप में महान खिलाड़ी बन सकते हैं। पांच दिवसीय इस प्रारूप में खिलाड़ियों को लंबे समय तक कड़ी धूप में गेंदबाज़ी या क्षेत्ररक्षण करना पड़ता है वहीं बल्लेबाजों को भी समान रूप से इस परीक्षा से गुज़रना पड़ता है। इसके अलावा बल्लेबाज़ों को अपनी एकाग्रता और फिटनेस बनाए रखनी पड़ती है। क्रीज पर लंबे समय तक टिके रहना आसान काम नहीं है और बहुत कम खिलाड़ी ही टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अपनी पारी में 500 से ज़्यादा गेंदें खेल पाए हैं। भारतीय क्रिकेट टीम भी कुछ मौकों पर टेस्ट में संघर्ष करती दिखी है जब विपक्षी बल्लेबाजों ने उन्हें घंटों तक मैदान में क्षेत्ररक्षण को मजबूर किया है। तो आइए टेस्ट इतिहास में भारत के खिलाफ खेली गईं पांच सबसे लंबी पारियों पर एक नज़र डालें:
#5 एलेस्टेयर कुक - 545 गेंदें, तीसरा टेस्ट, बर्मिंघम, भारत का इंग्लैंड का दौरा, 10-13 अगस्त, 2011
एलेस्टेयर कुक क्रिकेट इतिहास में इंग्लैंड के सबसे महान टेस्ट बल्लेबाजों में से एक हैं, हालांकि पिछले कुछ समय से उनके प्रदर्शन में गिरावट आयी है लेकिन एक बढ़िया कप्तान के साथ साथ सलामी बल्लेबाज़ के रूप में उनका प्रदर्शन अनुकरणीय रहा है। सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर उन्होंने कई रिकॉर्ड भी कायम किये हैं। 2011 में भारत का इंग्लैंड दौरा एमएस धोनी की टीम लिया बहुत बुरा साबित हुआ था। उस टेस्ट सीरीज़ में मेज़बान टीम ने भारत को 4-0 से क्लीन स्वीप किया था। उसके बाद टी-20 और वनडे सीरीज़ में भी इंग्लैंड ने भारत को बड़े अंतर से हराया। सबसे खास बात यह रही कि भारत ने उस दौरे में एक भी मैच नहीं जीता था। लेकिन टेस्ट सीरीज़ में कई रिकॉर्ड बने जहां मेजबानों ने मेहमान टीम को कभी भी चैन की साँस नहीं लेने दी। बर्मिंघम में हुए तीसरे टेस्ट के दौरान, एलेस्टेयर कुक ने 545 गेंदें खेलते हुए अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेली और शानदार 294 रन बनाए, जो कि टेस्ट करियर में उनका सर्वोत्तम स्कोर है। कुक ने मैदान में अपनी पारी के दौरान 773 मिनट बिताए और 33 चौके लगाकर इंग्लैंड की पहली पारी में स्कोर 700 के पार पहुंचाया। उस समय इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस ने कुक के 294 रनों पर आउट होते ही 710 के कुल स्कोर पर पारी घोषित कर दी। एलेस्टेयर कुक को तेज़ गेंदबाज़ ईशांत शर्मा ने आउट किया था। पहली पारी में 224 रनों के मामूली स्कोर पर आउट होने वाले भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में भी सिर्फ 244 रन बनाए और इंग्लैंड ने एक पारी और 242 रनों से यह मैच जीत लिया। और जैसी की उम्मीद थी, एलेस्टेयर कुक को उनके सर्वोत्तम स्कोर के लिए 'मैन ऑफ द मैच' से नवाज़ा गया।
#4 जेफ्री बॉयकॉट - 555 गेंदें, पहला टेस्ट, लीड्स, भारत का इंग्लैंड दौरा, 8-13 जून, 1967
टेस्ट में भारत के खिलाफ विपक्षी बल्लेबाजों द्वारा चौथी सबसे लंबी पारी 1967 में खेली गई। भारत के इंग्लैंड दौरे के पहले टेस्ट की पहली पारी में इंग्लिश बल्लेबाज़ जेफरी बॉयकॉट ने 555 गेंदों पर 246 रनों की मैराथन पारी खेली। सबसे बड़ी यह थी कि जेफरी बॉयकॉट इस मैच में नाबाद रहे। मेज़बान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। भारतीय टीम में बिशन सिंह बेदी, भगवथ चंद्रशेखर और इरपल्ली प्रसन्ना की स्पिनर तिकड़ी इंग्लिश बल्लेबाज़ को आउट करने में असमर्थ दिखी। बॉयकॉट ने 573 मिनट क्रीज़ पर बिताये और बिना आउट हुए पवेलियन वापिस लौटे। उसके बाद बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम को इंग्लिश गेंदबाज़ों ने पहली पारी में सिर्फ 164 रनों पर ढेर कर दिया। लेकिन दूसरी पारी में कप्तान मंसूर अली खान पटौदी ने शानदार 148 रन बनाये और बोर्ड पर 510 रन टांग दिए। बॉयकॉट दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने के लिए मैदान में नहीं आये लेकिन इंग्लैंड ने 126 रनों के लक्ष्य को चार विकेट खोकर हासिल कर लिया।
#3 ब्रेंडन मैकुलम - 559 गेंदें, दूसरा टेस्ट, वेलिंगटन, भारत का न्यूजीलैंड दौरा, 14-18 फरवरी, 2014
वर्तमान समय में ब्रेंडन मैकुलम न्यूजीलैंड के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ हैं। उनकी विस्फोटक बल्लेबाज़ी शैली ने उन्हें खेल के छोटे प्रारूपों में सबसे बेहतरीन खिलाड़ी बना दिया है, इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट में भी असाधारण प्रदर्शन किया है और खेल के लंबे प्रारूप में कई रिकॉर्ड कायम किये हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने अपना सर्वोच्च स्कोर 2014 में वेलिंगटन में भारत के खिलाफ बनाया था। कप्तानी पारी खेलते हुए उन्होंने 302 रनों का स्कोर बनाया और न्यूजीलैंड को हार से बचाया। दूसरी पारी में न्यूजीलैंड का स्कोर एक समय 94/5 था और वे हारने की कगार पर थे, ऐसे में मैकुलम ने संजीदगी से खेलते हुए ना केवल अपनी टीम को हार से बचाया बल्कि न्यूजीलैंड के क्रिकेट इतिहास में एक पारी में सबसे ज़्यादा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज़ भी बने। मैकुलम ने 559 गेंदों का सामना किया और वह अपनी मैराथन पारी में 775 मिनट तक क्रीज पर टिके रहे। अगर मैकुलम ने शानदार तिहरा शतक नहीं बनाया होता तो भारत ने मैच के साथ ही टेस्ट सीरीज़ भी जीत ली होती।
#2 रोशन महानमा - 561 गेंदें, पहला टेस्ट, कोलम्बो, भारत का श्रीलंका दौरा, 2-6 अगस्त, 1 997
भारत के श्रीलंका दौरे में पहले टेस्ट मैच में नवजोत सिंह सिद्धू , सचिन तेंदुलकर और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शतक लगाकर भारत को 537 के स्कोर तक पहुंचाया। उसके बाद बल्लेबाज़ी करने उतरी श्रीलंका टीम ने मारवन अट्टापटु का विकेट जल्दी गंवा दिया। उसके बाद बल्लेबाज़ी करने आये रोशन महानामा और सनथ जयसूर्या ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 576 रनों की रिकॉर्ड सांझेदारी की। टेस्ट इतिहास में सबसे बड़ी सांझेदारी का विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली इस जोड़ी मे महानामा ने 561 गेंदों और 753 मिनट तक क्रीज पर रहने के बाद 225 रन बनाये।
#1 सनथ जयसूर्या - 578 गेंदें, पहला टेस्ट, कोलंबो, भारत का श्रीलंका दौरा, अगस्त 2-6, 1 997
कोलंबो में खेले उसी मैच में दूसरे विकेट के लिए सनथ जयसूर्या ने रोशन महानमा के साथ मिलकर रिकार्ड सांझेदारी की थी। रोशन महानामा ने 561 गेंदें खेलते हुए 225 रन बनाए और जयसूर्या ने उनसे सिर्फ 17 गेंदें ज़्यादा खेलीं और अपनी शानदार पारी में 36 चौकों और दो छक्के के साथ 340 रन बनाए। दूसरे टेस्ट में भी जयसूर्या ने 226 गेंदों में 199 रन बनाए और उस सीरीज़ में उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से 'मैन ऑफ द सीरीज़' का पुरस्कार जीता। 578 गेंदों की उनकी मैराथन पारी टेस्ट इतिहास में भारत के खिलाफ किसी विपक्षी खिलाड़ी की सबसे लंबी पारी है। लेखक: प्रांजल मेक अनुवादक: आशीष कुमार