IPL: इंडियन प्रीमियर लीग इतिहास के 5 सबसे कम टीम स्कोर

टी 20 क्रिकेट धीरे-धीरे बल्लेबाजों का खेल बन गया है। बड़े बल्ले और छोटी सीमा रेखाओं के साथ, टीमें नियमित रूप से 20 ओवर में 200 के स्कोर को पार कर जाती है और खिलाड़ी भी शतक बनाते हैं। आईपीएल में क्रिस गेल ने नाबाद 175 रनों की पारी भी खेली है। हालांकि, बल्लेबाज हमेशा हावी नही रहते हैं, ऐसा भी कई बार देखा गया है जब बेहतरीन गेंदबाजी के चलते टीमें बड़ा स्कोर करने में विफल रही है। इस लेख में हम आईपीएल के इतिहास के 5 सबसे कम टीम स्कोरों पर नज़र नज़र डाल रहे हैं:

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# 5 रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर - 70 बनाम राजस्थान रॉयल्स

2014 आईपीएल के 14वें मैच में जब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की राजस्थान रॉयल्स से अबु धाबी में भिड़ंत हुई, तो प्रशंसकों को एक करीबी टक्कर वाले मुकाबले की उम्मीद थी। दोनों टीम मजबूत थी और बैंगलोर के बल्लेबाज़ी क्रम में पार्थिव पटेल, विराट कोहली, एबी डीविलियर्स और युवराज सिंह जैसे सितारे भरे थे। फिर भी, वे 15 ओवर में 70 रन के स्कोर पर आउट हो गए। आरसीबी की शुरुआत खराब थी, जहाँ पारी के पहले ओवर में दो विकेट गंवाए गए थे, जिसमें एक खतरनाक रन आउट भी शामिल था। दूसरे ओवर में दो विकेट भी गिर गए, और केन रिचर्डसन ने दो गेंदों में दो विकेट लेकर, विशेषकर डीविलियर्स को शून्य पर पवेलियन वापस भेज दिया। बैंगलोर 2.2 ओवर में सिर्फ 5 रन पर 4 विकेट गंवा कर संघर्ष कर रहा था। इसके बाद विराट कोहली और नीतीश राणा ने पारी का पुनर्निर्माण करना शुरू कर दिया, लेकिन शेन वॉटसन ने बाद में राणा को भी निपटा दिया। यह मैच पूरी तरह से प्रवीण तांबे के नाम था। अनुभवी स्पिनर ने आरसीबी के निचले क्रम को भी रन बनाने का मौका नही दिया, और अंत में विराट कोहली का शानदार विकेट हासिल किया। उनके अन्य शिकारों में एल्बी मोर्कल, मिचेल स्टार्क और अशोक डिंडा रहे और इस प्रकार उन्होंने ने 4-0-20-4 के आंकड़े के साथ गेंदबाजी समाप्त की। आरसीबी के लिए 21 रन के साथ कोहली सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, उनके बाद स्टार्क ने 18 रन बनाए। राजस्थान के लिये भी लक्ष्य का पीछा करना इतना आसान नही रहा क्योंकि उन्होंने इस प्रक्रिया में 4 विकेट गंवाए थे। फिर भी, कम लक्ष्य के चलते और अजिंक्य रहाणे और शेन वॉटसन की पारियों के बूते उन्होंने 13 ओवरों में लक्ष्य हासिल किया। तांबे को उनकी शानदार गेंदबाज़ी के लिये ‘मैन ऑफ़ द मैच’ पुरस्कार मिला था।

# 4 कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली डेयरडेविल्स - 67

आईपीएल में दो टीमें ऐसी रही है जो कि 67 के निराशाजनक स्कोर पर आउट हुईं हैं, यह टीमें कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली डेयरडेविल्स की रही हैं। 2008 के सीज़न में कोलकाता के साथ यह पहले हुआ जब, मुंबई इंडियंस की असाधारण गेंदबाजी के आगे उनके बल्लेबाज़ कुछ खास नही कर सके। मुंबई ने टॉस जीता और पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया, जो सही फैसला साबित हुआ क्योंकि शॉन पोलॉक ने अपने शुरुआती स्पेल में तीन विकेट लिए। उन्होंने सलमान बट, डेविड हसी और मोहम्मद हाफिज के रूप में मुख्य विकेट ले लिये और बाकी विकेट ड्वेन ब्रावो, रोहन राजे और डोमिनिक थॉर्नली में समान रूप से साझा किये। केवल 3 बल्लेबाज दोहरे आंकड़े तक पहुँच सके, और 7 बल्लेबाज़ 5 रन से ज्यादा स्कोर करने में नाकाम रहे। इस प्रकार टीम 67 के स्कोर पर सिमट गयी थी, जो एक साल के लिए आईपीएल इतिहास में सबसे कम स्कोर रहा। इसके बाद मुंबई ने बिना किसी परेशानी के आसानी से लक्ष्य हासिल किया, क्योंकि सनथ जयसूर्या ने शोएब अख्तर और इशांत शर्मा जैसे गेंदबाज़ों के एक मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ 17 गेंदों पर नाबाद 48 रन बना दिये थे। मुंबई ने यह मैच 87 गेंद बाकी रहते 8 विकेट से जीत लिया। दिल्ली डेयरडेविल्स ने पिछले साल मोहाली में किंग्स-XI पंजाब के खिलाफ इसी स्कोर को बनाया। संदीप शर्मा दिल्ली की स्थिति के लिये जिम्मेदार थे, क्योंकि उन्होंने पहले 5 ओवरों के भीतर दिल्ली के तीन विकेट निकाल लिए थे और मैच की समाप्ति 4-0-20-4 के आंकड़े के साथ की। आश्चर्यजनक यह रहा कि, दिल्ली ने 17.1 ओवरों ये 67 रन बनाये, वरुण आरोन और थांगारसू नटराजन की दबाव भरी इकोनोमिकल गेंदबाजी के आगे उनके बल्लेबाज़ रन बना ही नही पाये। कोरी एंडरसन 18 रनों के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे। ग्लेन मैक्सवेल ने 4-0-12-1 के आंकड़े और वरुण आरोन 2-0-3-2 के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली के बल्लेबाजों ने कितनी बुरी बल्लेबाज़ी की। पंजाब के मार्टिन गप्टिल और हाशिम अमला की सलामी जोड़ी ने 17.5 ओवर में लक्ष्य प्राप्त कर लिया, जिसमें गप्टिल ने 27 गेंदों पर नाबाद 50 बनाये थे।

# 3 दिल्ली डेयरडेविल्स - 66 बनाम मुंबई इंडियंस

67 रन पर पूरी टीम के आउट होने के कुछ मैच बाद ही दिल्ली डेयरडेविल्स की पूरी टीम पिछले साल आईपीएल में 66 रन पर आउट हो गयी थी। इस बार, हालांकि वे दूसरी पारी (रनों का पीछा) में बल्लेबाजी कर रहे थे और पहली पारी में मुंबई की ओर से एक क्रूर बल्लेबाजी प्रदर्शन को सहन करना पड़ा। वेस्टइंडीज के लेंडल सिमन्स और काइरोन पोलार्ड ने क्रमश: 66 (43) और 63 * (35) रन बनाये, और मुंबई ने 20 ओवरों में 212/3 रन बनाये। दिल्ली की टीम इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो कभी सहज नही दिखी और 146 रनों की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। संजू सैमसन पहली गेंद पर आउट हो गये, और लसिथ मलिंगा ने विकेट निकल दिल्ली को दो ओवरों में 6-2 पर पहुँचा दिया। करुण नायर और ऋषभ पंत ने 14-रन की साझेदारी, जिसमें से पंत एक भी रन नही बनाए। बाद में जसप्रीत बुमराह ने उन्हें शून्य पर आउट कर दिया। किसी तरह दिल्ली 31-3 से 66 रन पर पहुँच सकी। मुंबई के ​​स्पिनरों का अच्छा दिन रहा, जहाँ हरभजन सिंह और कर्ण शर्मा ने तीन-तीन विकेट लिए। यह दिल्ली के लिए एक बेहद ख़राब दिन था और शायद उनका आईपीएल इतिहास में सबसे बुरा दिन भी।

# 2 राजस्थान रॉयल्स - 58 बनाम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर

राजस्थान रॉयल्स आईपीएल के इतिहास में एकमात्र टीम है जो 50 से 60 के बीच आउट हुई है और उनका यह खराब प्रदर्शन एक ऐसे मैच में रहा जिसे वो आसानी से जीत सकते थे। यह मैच 2009 में केपटाउन में हुआ, और बैंगलोर ने अपने 20 ओवरों में 133/8 का स्कोर बनाया था। राहुल द्रविड़ ने शानदार 66 रन बनाए और उनके कप्तान केविन पीटरसन ने 32 रन बनाए। बैंगलोर की बाकी पूरी टीमों सिर्फ 35 रन बना सकी। राजस्थान ने शायद इस लक्ष्य का आसानी से पीछा करने की उम्मीद की होगी लेकिन, लेकिन वे ऐसा नही कर सके। शुरुआती विकेटों ने उन्हें शुरू से ही संघर्ष करने पर मजबूर कर दिया। इस प्रकार वे 8.4 ओवर के बाद 28-5 के स्कोर पर थे, और उनके लिये जेसी राइडर और प्रवीण कुमार की गेंदबाज़ी के आगे रन बनाना मुश्किल हो गया था। हालांकि, यह मैच अनिल कुंबले की जादुई गेंदबाजी के लिए याद किया जाएगा। भारत के महानतम स्पिनर ने आईपीएल के इतिहास में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, क्योंकि उन्होंने 5 रन देकर 5 विकेट लिये और राजस्थान के पूरे मध्यक्रम और निचले क्रम को सिमटा दिया। राजस्थान सिर्फ 58 रनों तक पहुंच सका और उन्हें 75 रनों की हार मिली। यह उनके लिए एक शर्मनाक प्रदर्शन था, और वे कुंबले के एक एतिहासिक प्रदर्शन के शिकार बने थे।

# 1 रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर - 49 बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स

आईपीएल के इतिहास का सबसे कम स्कोर कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ पिछले साल एक मैच में बना जब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की पूरी टीम 49 रन के स्कोर पर सिमट गयी थी। आपको यकीन भी नही होगा कि क्रिस गेल, विराट कोहली, एबी डीविलियर्स और अन्य भारतीय सितारों से सजी यह टीम इतना ख़राब प्रदर्शन कर सकती है। बैंगलोर का कोई भी खिलाड़ी दोहरे अंको को पार नही कर सका। बंगलौर ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, और जब केकेआर को 131 के स्कोर पर निपटाया तो यह फैसला सही लगा। केकेआर के लिये सुनील नारेन ने एक पिंच हिटर के रूप में पारी की शुरुआत की और 17 गेंदों पर 34 रन बना एक तेज़ शुरुआत दी। मनीष पांडे, सूर्यकुमार यादव और क्रिस वोक्स की छोटी छोटी पारियों ने केकेआर को 131 रनों तक पहुंचाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगलौर के आगे केकेआर ने तेज गेंदबाजी का शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें क्रिस वोक्स, नाथन कुल्टर-नाइल और कॉलिन डी ग्रैंडहाम ने तीन-तीन विकेट लिए। क्रिस गेल ने अपनी पूरी पारी के दौरान संघर्ष किया और वह 17 गेंदों पर मात्र 7 रन बना आउट हो गये। वह आरसीबी के एकमात्र बल्लेबाज थे जो क्रीज पर दस गेंदों से अधिक समय तक टिक सके थे। टीम के सभी खिलाड़ियों का व्यक्तिगत स्कोर 7, 0, 1, 8, 9, 8, 2, 0, 2, 5, 0 रहा। इससे ज्यादा खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन के बारे में सोचना भी असंभव है। पूरी टीम केवल 9.4 ओवर में 49 रनों पर सिमट गयी। लेखक: अरुण भारद्वाज अनुवादक: राहुल पांडे

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