5 भारतीय खिलाड़ी जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के मामले में काफी भाग्यशाली रहे

भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनना आसान काम नहीं है। हाल के दिनों में तो यह और भी मुश्किल होता जा रहा है। हालांकि इतिहास में जाएं तो भारतीय क्रिकेट टीम में जगह हासिल करने के मामले में कुछ क्रिकेटर काफी भाग्यशाली रहे हैं। इन क्रिकेटरों ने टीम इंडिया में जगह तो बनाई लेकिन ये कभी सफल नहीं हो पाए। इसके बावजूद इनको काफी मौके भी मिले। आइए यहां जानते हैं ऐसे ही पांच क्रिकेटर के बारे जो टीम इंडिया में शामिल होने को लेकर काफी भाग्यशाली रहे... #5 स्टुअर्ट बिन्नी स्टुअर्ट बिन्नी टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं। हालांकि वो टीम इंडिया में जगह हासिल करने को लेकर काफी भाग्यशाली रहे। उनको ऑलराउंडर के तौर पर टीम में जगह मिली, लेकिन स्टुअर्ट बिन्नी नाकाम रहे। उन्होंने अपने करियर में 23 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले, जिनमें उन्होंने 450 रन बनाए और सिर्फ 24 विकेट हासिल किए। वे लगातार टीम इंडिया के लिए असफल रहे, जिसके बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। #4 वरुण एरोन झारखंड में जन्में वरुण एरोन को भी टीम इंडिया में काफी मौके दिए गए। वरुण एरोन को टीम में तेज गेंदबाज के तौर पर शामिल किया गया। भारतीय क्रिकेट टीम में वरुण एरोन को काफी तेज गति से गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज के तौर पर देखा गया क्योंकि वरुण की गेंदों की गति काफी तेज होती थी। हालांकि वरुण लाइन और लैंथ का ध्यान नहीं रख पाते थे जिसके कारण उनकी गति टीम के लिए किसी भी काम नहीं आ पाती। साल 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले वरुण ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 18 मुकाबले खेले और महज 29 विकेट ही हासिल किए। वहीं वरुण काफी महंगे गेंदबाज भी साबित हुए। आखिरी बार उन्होंने टीम इंडिया के लिए साल 2015 में मैच खेला था। #3 रमेश पवार घरेलू स्तर पर अच्छे प्रदर्शन के बाद ऑफ स्पिनर रमेश पवार को टीम इंडिया में जगह दी गई। साल 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ रमेश ने वनडे डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने अपने करियर में 31 एकदिवसीय मुकाबले खेले। इनमें उन्होंने 34 विकेट हासिल किए। रमेश ने टीम इंडिया के लिए दो टेस्ट मैच भी खेले लेकिन अपने खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम में बाद में मौका नहीं दिया गया। आखिरी बार उन्होंने साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की तरफ से मैच खेला था। #2 दिनेश मोंगिया साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम में दिनेश मोंगिया ने डेब्यू किया। भारतीय वनडे टीम में मोंगिया ने मध्य क्रम में अपनी जगह बना ली थी। मोंगिया ने अपने पांचवे वनडे मुकाबले में पहली अर्धशतकीय पारी को अंजाम दिया था। इसके बाद साल 2002 में मोंगिया ने जिम्बाब्वे के खिलाफ अपना पहला और एकमात्र शतक भी लगाया। हालांकि खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें साल 2005 में ड्रॉप कर दिया गया। साल 2006 में उन्होंने वापसी भी की लेकिन ज्यादा टिक नहीं पाए। मोंगिया ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला मई 2006 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला। #1 रोहन गावस्कर रोहन गावस्कर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में काफी निराशाजनक प्रदर्शन रहा। घरेलू स्तर पर खेलते हुए रोहन की औसत 50 से ऊपर थी, जिसके कारण उन्हें साल 2003 में भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का भी मौका मिला। हालांकि रोहन इस मौके को भुना नहीं पाए। अपने करियर में खेले गए 11 वनडे मुकाबले में रोहन ने 18.88 की औसत से सिर्फ 151 रन बनाये। लेखक: सिलाम्बरसन केवी अनुवादक: हिमांशु कोठारी