“एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी” के पांच ऐसे पल जो भुलाए नहीं जा सकते

priyanka
  1. जब धोनी ने रेलवे छोड़ने और क्रिकेट पर फोकस करने का फैसला लिया
Ad
station leaving

रेलवे में टिकट कलेक्टर बनने के बाद, धोनी को अपनी नौकरी और क्रिकेट लाइफ को बैलेंस करने में बहुत मुश्किल हो रही थी। जिसकी वजह से, उन्हें नौकरी में ज्यादातर गैर-हाजिर होने की वजह से नोटिस मिला था। इस समय धोनी के शुभचिंतक अनिमेष कुमार गांगुली भी उनकी मदद नहीं कर पाए थे। धोनी खड़गपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर 8 पर बैठे थे और सोच रहे थे कि वो कभी एक बड़े क्रिकेटर बन पाएंगे या नहीं। उनका संघर्ष उनकी भावनाएं व्यक्त कर रही थी। प्लेटफॉर्म पर बैठे हुए, धोनी एक खाली ट्रेन देखते हैं जिसके दरवाजे खुले हुए होते हैं। ये वो क्षण था जब धोनी को स्टेडियम में लोगों के उनका नाम लेने की आवाज सुनाई दे रही थी..धोनी..धोनी..धोनी। उन्होंने कल्पना कि, वो मैदान पर जा रहे हैं और एक बड़े क्रिकेटर बन गए हैं। जिसके बाद हमने देखा, धोनी ट्रेन में चढ़ जाते हैं और रेलवे को गुडबॉय कर देते हैं। ये एक जल्द लिया गया फैसला था, जिसकी वजह से धोनी के जीवन में सबसे बड़ा बदलाव आया।

Edited by Staff Editor
Sportskeeda logo
Close menu
Cricket
Cricket
WWE
WWE
Free Fire
Free Fire
Kabaddi
Kabaddi
Other Sports
Other Sports
bell-icon Manage notifications