क्रिकेट इतिहास की 5 ऐसी मैच फिक्सिंग की घटनाएं, जिसने क्रिकेट फैन्स को हैरान कर दिया

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क्रिकेट जिसे जेंटलमैन गेम कहा जाता है, लेकिन 20वीं शताब्दी में आने के साथ ही मैच फिक्सिंग की ऐसी कई सारी घटनाएं हुईं, जिसने इस जेंटलमैन गेम पर काला धब्बा लगा दिया | फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद बहुत से खिलाड़ियों की क्रिकेट में वापसी नहीं हो पाई, लेकिन मोहम्मद आमिर जैसे खिलाड़ियों ने शानदार वापसी भी की | कोई भी क्लोज मैच होता है तो सबके दिमाग में यही बात आती है कि कहीं ये मैच फिक्स तो नहीं था | ICC ने मैच फिक्सिंग को रोकने के लिए कई सारे कदम उठाए हैं, कड़े कानून बनाए हैं, फिर भी मैच फिक्सिंग की घटनाएं रुक नहीं रही हैं | बुकीज कई तरह से खिलाड़ियों से संपर्क करने की कोशिश करते हैं या कुछ ऐसी स्थिति पैदा करते हैं, जिससे वे ज्यादा से ज्यादा पैसे कमा सकें | हम ये भी कह सकते हैं कि शर्त लगाने से हमेशा मैच फिक्सिंग या स्पॉट फिक्सिंग को बढ़ावा मिलता है | बेटिंग एक ऐसा माध्यम बन गया है जो कोई क्लू भी नहीं छोड़ता | बुकीज के साथ लिंक होने के बहुत सारे रिकॉर्डिंग और वीडियोज होने के बावजूद भी BCCI ने खिलाड़ियों पर कोई एक्शन नहीं लिया | IPL में भ्रष्टाचार के बारे आज सबको पता है | आइए अब आपको बताते हैं वर्ल्ड क्रिकेट की कुछ फिक्सिंग की घटनाओं के बारे में जिसने क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया | #1 हेंसी क्रोनिए प्रकरण वर्ल्ड क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा फिक्सिंग स्कैंडल, जिसने इंडिया और साउथ अफ्रीका दोनों देशों के क्रिकेट फैंस को स्तब्ध कर दिया | साल 2000 में भारतीय पुलिस ने खुलासा किया कि इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए द्विपक्षीय सीरीज के एक मैच की फिक्सिंग में 5 खिलाड़ी बुकी के साथ शामिल थे | इन सबमें सबसे हिला देने वाली बात ये थी कि दोनों ही टीम के कैप्टन मोहम्मद अजहरुद्दीन और हेंसी क्रोनिए इसमें मुख्य दोषी थे | अजहरुद्दीन न केवल बुकीज के साथ संबंध रखने बल्कि अन्य खिलाड़ियों को इसमें शामिल करने के दोषी थे | साउथ अफ्रीक खिलाड़ियों में हेंसी क्रोनिए, निकील बोजे और हर्शेल गिब्स शामिल थे | अजहरुद्दीन ने अजय जडेजा और मनोज प्रभाकर जैसे खिलाड़ियों को इसमें शामिल किया था | हालांकि क्रोनिए सभी आरोपों से इंकार कर दिया, लेकिन पुलिस के पास एक ओडियो था जिसमें वो बुकी संजय चावला से बात कर रहे थे |कड़ी पूछताछ करने पर 4 दिन के बाद क्रोनिए ने स्वीकार किया कि उन्होंने फिक्सिंग की थी, जिसके बाद उन पर लाइफटाइम बैन लगा दिया गया | हर्शल गिब्स ने कह दिया कि उनके कप्तान ने $15,000 के बदले 20 रन से कम स्कोर करने को कहा था | क्रोनिए ने बाद में कहा कि बुकीज से उन्हें अजहरुद्दीन ने मिलाया था, उन्होंने उनके अनुसार काम किया | CBI पूछताछ में अजहरुद्दीन ने कबूल किया कि उन्होंने जाडेजा और नयन मोगिया के साथ मिलकर 3 मैच फिक्स किए थे, जिसमें 1996 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच, 1997 में श्रीलंका के खिलाफ और 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ शामिल हैं | मोंगिया को बाद में दोषी नहीं पाया गया, लेकिन अजहरुद्दीन और जाडेजा को दोषी मानते हुए आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया | विलियम्स और हर्शेल गिब्स पर 6 महीने के लिए प्रतिबंध लगाया गया | क्रोनिए पर भी लाइफटाइम बैन लगा दिया गया, 2002 में प्लेन क्रैश में क्रोनिए की मौत हो गई | #2 शेन वॉर्न और मॉर्क वॉ प्रकरण 1099554-mar-2001-mark-waugh-and-shane-warne-of-gettyimages-1474277158-800 लगभग 4 साल तक पूरे प्रकरण को दबाने के बाद ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट बोर्ड ने स्वीकार किया कि, इसके दो खिलाड़ियों शेन व़ॉर्न और मॉर्क वॉ को बुकीज ने 1994 में श्रीलंका के खिलाफ सिंगर कप मैच की पिच रिपोर्ट देने के लिए पैसे दिए थे | इस चौंकाने वाले खुलासे ने सबको हैरान कर दिया और लोगों के इस विश्वास को भी डगमगा दिया कि ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी अपने खेल को लेकर काफी संजीदा रहते हैं | 1995 में वॉर्न और वॉ ने दावा किया कि पाकिस्तानी बल्लेबाज सलीम मलिक ने अच्छा ना खेलने के लिए उन्हें पैसे देने के लिए ऑफर किए थे | हर जगह सवाल उठे कि ICC और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड को सबकुछ पता होने के बावजूद कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया | बुकीज कथित तौर पर चेन्नई का बताया गया, हालांकि इंडिया में दिल्ली बेस्ट बुकी मुकेश के बारे में अफवाह फैली | एक और संयोग की बात रही कि मनोज प्रभाकर ने बताया कि टूर्नामेंट के दौरान एक टीममेट ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच हारने के लिए पैसे ऑफर किए थे | कहा गया कि एक आदमी जो कि जुए का बहुत शौकीन था उसने शेन वॉर्न से संपर्क कर जुए में 5 हजार डॉलर लगाने को कहा | बाद में उसने पिच रिपोर्ट के बारे में जानकारी मांगी | वॉर्न और मॉर्क वॉ के साथ बाद में नरमी बरती गई | दोनों के ऊपर $8000 का जुर्माना लगाया गया | #3 क्रिस केर्न्स 498589998-former-new-zealand-cricketer-chris-cairns-gettyimages-1474277217-800 न्यूजीलैंड के महान खिलाड़ी क्रिस केर्न्स का नाम भी मैच फिक्सिंग में आया | उनके ऊपर इंडियन क्रिकेट लीग में चंडीगढ़ लायंस के साथ मैच फिक्स करने का आरोप था | ICC की जांच में ये बात सामने आई | न्यूजीलैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज लू विसेंट ने आरोप लगाया कि केर्न्स ने मैच फिक्स करने के उनको अप्रोच किया था | ब्रैंडन मैकलम ने भी एंटी करप्शन और सिक्योरिटी यूनिट को बताया कि केर्न्स ने मीठी बातों में फंसाकर मैच फिक्सिंग करवाना चाहते थे | हालांकि केर्न्स ने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि उन्होंने किसी भी तरह से फिक्सिंग की थी | यहां तक कि केर्न्स ने ट्विटर द्वारा अपने ऊपर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाने लगाने पर ललित मोदी के खिलाफ 2012 में केस कर दिया | 30 नवंबर 2015 को उन्हें झूठी गवाही के आरोपों से बरी कर दिया गया | कोर्ट को बताया गया कि केर्न्स को विजय डेमन द्वारा 25 हजार डॉलर से ज्यादा पैसे दिए गए | उन्हें विजय शाह और उनके बेटे विशाल शाह ने डायमंड फर्म भी दिए | केर्न्स विशाल शाह से एक चैरिटी क्रिकेट इवेंट के दौरान मिले थे | केर्न्स ने कहा कि ये पैसे क्रिकेट के बाद उनके दुबई में सेट होने के लिए थे | कोर्ट में जब बार-बार उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि क्रिकेट के बाद के करियर को सेट करने की कोशिश कर रहा था, उनके बिजनेस में शामिल होने की कोशिश कर रहा था | #4 इंग्लैंड में स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल 545049572-mohammed-amir-of-pakistan-during-day-three-gettyimages-1474277272-800 हेंसी क्रोनिए स्कैंडल के बाद सबसे बड़ा फिक्सिंग स्कैंडल 2010 में पाकिस्तान के इंग्लैंड दौरे पर हुआ | पाकिस्तान के युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ और बल्लेबाज सलमान बट्ट का नाम फिक्सिंग में आया | इन तीनों खिलाड़ियों ने लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान कुछ खास निर्देशित एक्टिविटीज करने के लिए मजहर माजिद नाम के बुकी से पैसे लिए | एक स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा हुआ कि माजिद ने भविष्यवाणी की थी कि आसिफ और आमिर कब नो बॉल करेंगे | लेकिन एक पूरे ओवर के बारे में माजिद ने सही-सही बताया, जिससे सलमान बट्टे के इसमें शामिल होने का खुलासा हुआ | न्यूज ऑफ द् वर्ल्ड द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में खुलासा हुआ कि माजिद ने भविष्यवाणी की थी कि आमिर के तीसरे ओवर की पहली गेंद नो बॉल होगी और हुआ भी वही | आमिर ने के तीसरे ओवर की पहली गेंद को नो बॉल करार दिया गया | कमेंटरों ने इसे भयानक नो बॉल बताया | माजिद ने ये भी कहा था कि 10वें ओवर में मोहम्मद आसिफ की छठी गेंद नो बॉल होगी | ये बात भी सच साबित हुई | जांच के बाद 5 फरवरी 2011 को ICC ने तीनों प्लेयरों पर प्रतिबंध लगा दिया गया | बट्ट पर 10 साल, आसिफ पर 7 साल और आमिर पर 5 साल का प्रतिबंध लगाया गया | बैन के बाद 2015 में आमिर ने सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की, अब वो पाकिस्तान के लिए तीनों फार्मेट में टीम का हिस्सा हैं | #5 IPL स्पॉट फिक्सिंग sreesanth-1474277514-800 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग का खुलासा हुआ | IPL की राजस्थान रॉय़ल्स टीम के तीन खिलाड़ियों तेज गेंदबाज श्रीसंथ, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला का नाम इसमें सामने आया | मुंबई पुलिस ने विंदू दारा सिंह और गुरूनाथ मयप्पन को भी सट्टेबाजी और बुकीज से संबंध होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया | अपने तीनों खिलाड़ियों के अरेस्ट होने के बाद राजस्थान रॉयल्स ने जांच पूरी होने तक इनसे अपना कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर लिया | दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि श्रीसंथ और चव्हाण ने स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की बात कबूली है | दिल्ली पुलिस ने ये भी बताया कि चंदीला ने बुकीज के कहने पर और भी की खिलाड़ियों को फिक्सिंग में शामिल करने की कोशिश की | तत्कालीन BCCI सचिव ने कहा कि BCCI इस पूरे प्रकरण से आहत है | बीसीसीआई करप्शन को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी | हम दिल्ली पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों के साथ जांच में पूरा सहयोग करेंगे | IPL की गर्वनिंग काउंसिल ने BCCI से मिलकर फैसला किया कि दोषी खिलाड़ियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी | दिल्ली पुलिस ने बाद में दावा किया कि तीनों खिलाड़ी अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम और छोटा शकील के इशारे पर काम कर रहे थे | इसके बाद BCCI ने श्रीसंथ और अंकित चव्हाण पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया | कॉल रिकॉर्ड से ये भी साबित हुआ कि विंदू दारा सिंह चेन्नई सुपर किंग्स के फ्रेंचाइजी प्रिंसिपल और तत्कालीन BCCI चीफ एन श्रीनिवासन के दामाद गुरूनाथ मयप्पन से लगातार संपर्क में थे | मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा पूछताछ के बाद 24 मई 2013 को गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी, साजिश और धोखाधड़ी के आरोप में हिरासत में ले लिया गया |