#5 पांड्या और धोनी ने आख़िरी गेंद पर दिलाई जीत
बांग्लादेश को जीत के लिए आख़िरी ओवर में 11 रन चाहिए था। धोनी के पास हार्दिक पांड्या को गेंदबाज़ी देने के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं था। क्रिज़ पर मुशफ़िकुर रहीम और महमूदुल्लाह के तौर पर दो अनुभवी बल्लेबाज़ मौजूद थे। रहीम ने पांड्या की लगातार दो गेंदो पर बाउंड्री लगाते हुए बांग्लादेश को जीत के मुहाने पर ला खड़ा किया था। बांग्लादेश को अब 3 गेंदो पर 2 रन चाहिए थे और 4 विकेटें बाक़ी थीं। धोनी, पांड्या और नेहरा के बीच में काफ़ी देर तक बातचीत होती रही। शायद इसी का असर था कि मुशफ़िकुर के दिमाग़ की बत्ती गुल हो गई और मिड विकेट पर कैच थमा बैठे। अगली ही गेंद पर पांड्या की फ़ुलटॉस को महमूदुल्लाह भी छक्का मारने की कोशिश में हवा में उछाल गए। और इस बार जडेजा ने एक बेहतरीन कैच लपकते हुए भारत को मैच में वापस ला दिया। आख़िरी गेंद पर 2 रनों की दरकार थी, पांड्या ने गुड लेंथ पर गेंद डाली और बल्लेबाज़ शुवगता होम शॉट खेल पाने में चूक गए। धोनी जिन्होंने पहले ही एक दस्ताना उतार रखा था, विकेट के पीछे से दौड़ते हुए स्टंप्स बिखेर दी, और भारत ने बैंगलोर में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली।